UP News: इटावा (Etawah) में बिजली (Electricity) के तीन रुपये 50 पैसे प्रति यूनिट की दर से लगने वाले बिल के खिलाफ बुनकरों (Weavers) ने लामबंद होकर काम बंद कर हड़ताल (Protest) शुरू कर दी है. यहां विद्युत विभाग के खिलाफ बुनकरों ने मोर्चा खोल दिया है. विद्युत विभाग द्वारा विद्युत दरें पुराने रेट पर करने की मांग कर रहे हैं. बुनकरों की मांग है कि 72 रुपए प्रति लूम के फ्लैट रेट पर बिजली मिले. दो दिन से लगातार बुनकर समाज अधिकारियों और कर्मचारियों से अपनी बात रख रहे हैं.


क्या लगाया आरोप
जनपद में तकरीबन बीस हजार पंजीकृत और अपंजीकृत बुनकरों ने हड़ताल कर दी है. यहां पावर लूम पूरी तरह से बंद कर दिया है. काम बंद करके यह लोग शहर के बाह अड्डा पर धरने पर बैठ गए हैं. इन सभी लोगों की मांग है कि हम लोगों से बिजली विभाग मनमानी बिल की वसूली कर रहा है. धोखाधड़ी करके पावर लूम के लिए मीटर लगाए गए और कहा गया था कि आप लोगों से फ्लैट रेट का ही बिल लिया जाएगा. लेकिन विद्युत विभाग अब साढ़े तीन रुपए प्रति यूनिट की दर से वसूली कर रहा है. हमारी मांग है कि हम लोगों को पूर्व की तरह 70 रुपए प्रति यूनिट फ्लैट रेट पर ही विद्युत सप्लाई दी जाए. यदि हमारी यह मांग नहीं मानी गई तो हम लोग निरंतर हड़ताल पर रहेंगे और काम नहीं करेंगे.


फ्लैट रेट पर मिले बिजली
बुनकर शारिक अंसारी का कहना है कि बुनकरों को फ्लैट रेट पर बिजली मिलती थी. अब बिजली विभाग अपनी मनमानी करके धोखाधड़ी के बाद रीडिंग से बिल मांग रहे हैं. इसीलिए हम सभी मिलकर धरने पर बैठे हुए हैं. हमारी मांग है कि हम सभी बुनकरों को पहले फ्लैट रेट पर बिजली दी जाती थी उसी फ्लैट रेट पर बिजली दी जाए. पहले 72 रुपए प्रति लूम विद्युत बिल लगता था लेकिन अब साढ़े तीन रुपए प्रति यूनिट की दर से मांगा जा रहा है. प्रतिलूम के हिसाब से अब पांच हजार रुपए बिल आएगा. अगर बिजली विभाग हमारी मांगे नहीं मानेगा तो हम लोग भूख हड़ताल पर बैठेंगे.


क्या बोले अधिकारी
विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता का कहना है पहले बुनकरों का फ्लैट रेट चल रहा था. 72 रुपए प्रति लूम प्रतिमाह के हिसाब से लिया जाता था. जुलाई 2020 से संशोधन कर दिया गया है. जो बुनकर हैंडलूम विभाग में पंजीकृत हैं उनको यूनिट सब्सिडाइज है, शेष बिल को हिसाब से देना होगा. इटावा में पंजीकृत लगभग 800 बुनकर हैं. जिन लोगों ने वस्त्र विभाग में पंजीकरण करा रखा है उनको छूट के हिसाब से बिल बन रहा है. जिन पावर लूम का रजिस्ट्रेशन नहीं है उनको छूट नहीं मिलेगी. जबकि इन सभी के पूर्व से ही बिल बन रहे हैं लेकिन अब यह फ्लैट रेट का दबाव दे रहे हैं, अब यह विद्युत विभाग के लिए संभव नहीं है. जुलाई 2020 के टैरिफ के हिसाब से ही बिल देना होगा. बड़े पावर लूम में 240 यूनिट की छूट है और छोटे पावर लूम में 120 यूनिट की छूट दी जा रही है. शासन के निर्देश पर बिल जमा करना होगा और वह करें.


क्या बोले डिप्टी कमिश्नर
वहीं जिला उद्योग केंद्र पर डिप्टी कमिश्नर सुधीर कुमार का कहना है कि तीन साल पहले जिले से हथकरघा उद्योग को वन डिस्टिक वन प्रोडक्ट के तहत चुना गया था. हमारी हर संभव कोशिश रहेगी कि बुनकरों की समस्याओं को सुलझाया जाए. उसी हथकरघा उद्योग के अधिकारियों एवं बिजली विभाग के अधिकारियों के साथ बैठकर बुनकरों की समस्याओं को जिलाधिकारी पहुंचाया जाएगा.


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