एटा, एबीपी गंगा। चीन के बुहान शहर में कोरोना वायरस के डर के बीच फंसे एटा के दंपति सहित 130 भारतीयों की 21 फरवरी 2020 को वतन वापसी तय हो गयी है। यह जानकारी चीन में फंसे एटा के दम्पत्ति ने दी है। उन्होंने बताया कि कल शाम उनके पास भारतीय दूतावास से फोन आया था जिसमे बताया गया कि 21 फरवरी 2020 को उनकी वतन वापसी हो जाएगी। प्राधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत सरकार के हस्तक्षेप के बाद कोरोना वायरस से भयभीत 130 भारतीयों के 21 फरवरी को भारत आने का रास्ता साफ हो गया। उसके बाद दोनों ने एक ताजा वीडियो जारी कर भारत सरकार और प्राधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया है।
चाइना के बुहान में फैले कोरोना वायरस की दहशत के बीच एटा जिले के जलेसर कस्बे के निवासी दंपति आशीष यादव और उसकी पत्नी नेहा यादव भी फंस गए हैं। इस दंपति ने भारत सरकार से जल्द से जल्द इनको वहां से सुरक्षित निकलवाने की मांग की थी। इन्होंने भारत की एम्बेसी को, भारत के विदेश मंत्री को और राज्यसभा सांसद हरनाथ सिंह यादव को फोन कर व पत्र लिखकर किसी भी तरह से जल्द से जल्द भारत बुलाने की मांग की थी। दंपति बहुत डरे हुए हैं और 22 जनवरी से चाइना के बुहान में कमरे में बंद हैं। इन दोनों दंपतियों ने पूर्व में भी भारत सरकार से अपील का एक वीडियो भी भेजा था जिसमे उन्हें जल्द से जल्द वहां से निकालने की अपील की गई हैं।
एटा निवासी राज्य सभा सांसद हरनाथ सिंह यादव की पहल पर भारत के प्राधान मंत्री नरेंद्र मोदी के हस्तक्षेप पर उनकी इस अपील पर संज्ञान लेते हुए भारतीय दूतावास ने कल शाम फोन कर इनको 21 फरवरी 2020 को भारत बुलाने की बात कही है। तब से इनको उम्मीद जगी है। एक ताजा वीडियो जारी कर इस दंपति ने भारत के प्रधानमंत्री, भारत सरकार, विदेश मंत्री के साथ साथ राज्य सभा सांसद हरनाथ सिंह यादव का नाम लेकर भी धन्यवाद दिया है। इन्होंने इस आशय का एक वीडियो चीन से हमारे संवाददाता राकेश भदौरिया के पास भेज कर अभी का शुक्रिया अदा किया है।
टैक्सटाइल यूनिवर्सिटी में हैं प्रोफेसर
एटा जिले के जलेसर के निवासी आशीष यादव चीन के बुहान टैक्सटाइल यूनिवर्सिटी में एसोसिएट प्रोफेसर हैं और इनकी पत्नी चीन से ही कंप्यूटर साइंस में पीएचडी कर रहीं हैं। जलेसर निवासी आशीष यादव ने फोन पर बताया कि वह चीन में लंबे समय से रह रहे हैं। कोरोना की वजह से यहां सब लोग दहशत में हैं। लोग अपने घरों में कैद हैं, सड़कों पर सन्नाटा रहता है। घरों में हीं खाने का सामान उपलब्ध कराया जा रहा है। एक फरवरी 2020 को उन्हें भारत आना था, अचानक पत्नी की तबीयत बिगड़ गई ऐसे में वह घर नहीं आ सके। पिछले 15 दिनों से भारत और चीन की सरकार से मदद मांग रहे थे लेकिन आशीष यादव को मदद नहीं मिल पा रही थी।
70-80 भारतीय फंसे हैं
आशीष की पत्नी नेहा ने बताया कि चाइना के बुहान में 70 से 80 भारतीय फंसे हुए हैं, उनके वहां से निकालने का कोई प्रबंध नहीं हो पा रहा है। वहीं एटा के निवासी राज्य सभा सांसद हरनाथ सिंह यादव ने बताया कि उन्होंने भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और चीन में भारतीय दूतावास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात कर एवं पत्र लिखकर इस दंपति को और अन्य भारतीयों को जल्द से जल्द भारत बुलाने की मांग की है। प्रधान मंत्री के प्रयासों के चलते ही एटा का ये दम्पत्ति भारत आ पा रहा है। इस दंपति के साथ ही चीन में फंसे अन्य भारतीयों की वतन वापसी का रास्ता साफ हो गया है। उन्होंने इसके लिए प्रधानमंत्री का आभार प्रकट किया है।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से इस दंपति ने कई बार कई दिनों से संपर्क साधा है अभी तक जवाब नहीं मिला था। आशीष यादव ने बताया अभी तक हम भारत आने के लिए कई नेताओं को ट्वीट ही कर चुके हैं किसी ने जवाब नहीं दिया। आशीष और उनकी पत्नी 22 जनवरी 2020 से एक कमरे में लॉक डाउन हैं।
चीन के शहर वुहान में कोरोना वायरस की दहशत से वह घर में कैद है। चीन से आशीष यादव ने भारत के कई अधिकारी एवं नेताओं से ट्वीट भी किया है कि चीन से हमें भारत बुला लिया जाए । आशीष यादव अपनी पत्नी नेहा के साथ चीन के बुहान शहर में फंसे हुए हैं। उनके घर जलेसर,एटा में उनके माता पिता लगातार उनकी चिंता कर जानकारी ले रहे हैं। आशीष यादव की माताजी एवं पिता जी ने बताया के उनकी बात रोज अपने बेटे से होती है और फ्लाइट सेवा बंद होने के कारण वह अपने घर जलेसर नहीं आ पा रहे हैं इसलिए उन्हें अपने बच्चे एवं पुत्र वधू की काफी चिंता हो रही है । हम भारत सरकार से मांग करते हैं कि चीन के शहर वुहान से हमारे बच्चों को जल्द से जल्द भारत बुलाया जाए। अब उनके भारत आने की अनुमति मिलने से वे प्रसन्न हैं और उन्होंने भारत सरकार, प्रधानमंत्री और राज्य सभा सांसद हरनाथ सिंह यादव को धन्यवाद दिया है।
इस संबंध में इससे पूर्व मीडिया में मामला आने के बाद एटा के जिला अधिकारी सुखलाल भारती ने भी उत्तर प्रदेश सरकार के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी को एक पत्र लिखकर भारत सरकार से चीन में फंसे एटा के इस दम्पत्ति को भारत बुलाने की मांग की थी। कल देर शाम जैसे ही आशीष यादव और नेहा यादव को भारतीय दूतावास से फोन आया कि 21 फरवरी को उन्हें भारत बुला लिया जाएगा तो दोनों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा और दोनों ने हमारे संवाददाता को चीन से वीडियो जारी कर भारत सरकार, प्राधान मंत्री नरेंद्र मोदी और हरनाथ सिंह यादव ,सांसद राज्य सभा का शुक्रिया अदा किया है।