UP Flood: गाजीपुर (Ghazipur) में गंगा नदी (Ganga River) का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. रविवार की सुबह आठ बजे की बात करें तो नदी दो सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ते हुए 62.640 मीटर तक पहुंच चुका है. जो खतरे के निशान से महज 400 सेंटीमीटर नीचे है. ऐसे में अब गंगा का पानी रेवतीपुर (Reotipur) ब्लाक के कई गांव तक पहुंचना शुरू हो गया है. जिसको लेकर प्रशासन अलर्ट (Alert) मोड में आ गया है.
इसी के मद्देनजर एसडीएम सेवराई बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा कर लोगों से उनकी समस्याओं के बारे में जानने का प्रयास किया. साथ ही उन्होंने इन लोगों को बताएं कि कोई भी विकट परिस्थिति होने पर बाढ़ चौकी और तहसील प्रशासन को तत्काल अवगत कराएं. अब गंगा नदी में तेजी से बढ़ रहे जलस्तर को देखते हुए गंगा तटवर्ती गांव में बाढ़ के खतरे को लेकर जिलाधिकारी ने अलर्ट जारी कर दिया है.
प्रशासन अलर्ट
डीएम ने अलर्ट करते हुए सभी बाढ़ राहत चौकियों को तत्काल प्रभाव से एक्टिव मोड में रखने का निर्देश दिया है. उपजिलाधिकारी सेवराई राजेश प्रसाद द्वारा गंगा के तटवर्ती बाढ़ प्रभावित गांवों का निरीक्षण किया गया. गंगा के बढ़ते जलस्तर के कारण रेवतीपुर ब्लाक के नगदिलपुर बीरउपुर और हसनपुरा आदि कई गांव बुरी तरह से प्रभावित होते है. गंगा के जलस्तर तेजी से बढ़ने के वजह से गांव के किनारे तक से पानी पहुंच गया है.
इस संदर्भ में एसडीएम राजेश प्रसाद ने बताया कि तहसील प्रशासन के द्वारा बाढ़ आने की आशंका को लेकर अपनी तैयारियां पूरी कर ली गई है. तहसील क्षेत्र में दो बाढ़ राहत केंद्र और 15 बाढ़ चौकियां बनाई गई हैं. जिसमें प्रशासनिक तौर पर सभी जरूरी सुविधा मुहैया कराने का प्रयास किया गया है.
निरीक्षण के दौरान उन्होंने गंगा के बढ़ते जलस्तर को लेकर तटवर्ती इलाकों के लोगों को प्रशासनिक तौर पर दिए जाने वाले व्यवस्था और राहत कैंप आदि के बारे में जानकारी दी. बाढ़ आने के बाद भी लोगों को किसी प्रकार की असुविधा ना हो इसके लिए प्रशासन द्वारा नाव और राहत पैकेट का भी बंदोबस्त किया गया है. उन्होंने बाढ़ से निपटने के लिए अपने द्वारा की गई तैयारियों को बेहतर बताया है.
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