उत्तर प्रदेश के जिला मुजफ्फरनगर के गांव चित्तौड़ा गांव में राज्य के 18वें कृषि विज्ञान केंद्र का शिलान्यास हुआ. सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विद्यालय मेरठ के तत्वाधान में चित्तौड़ा में प्रशासनिक भवन का शिलान्यास किया गया. किसानों तक नई तकनीक और जानाकारी पहुंचाने के उद्देश्य से राज्य में 20 कृषि विज्ञान केंद्रों की स्थापना की जानी है.


चितौड़ा में शिलान्यास के समय उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री सूर्य प्रताप शाही, केंद्रीय राज्य मंत्री डॉक्टर संजीव बालियान, राज्यमंत्री विजय कश्यप, राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल, खतौली विधायक विक्रम सैनी बुढ़ाना, विधायक उमेश मलिक, बीजेपी जिला अध्यक्ष विजय शुक्ला और विद्यालय के कुलपति डॉ आरके मित्तल मौजूद रहे.


उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि कृषि विज्ञान केंद्र 2 साल के भीतर बनकर तैयार हो जाएगा. यहां वैज्ञानिकों द्वारा किसानों को प्रशिक्षण देने का काम होगा. किसानों को तकनीकी और उन्नतशील बीजों की जानकारी देकर विभिन्न प्रकार की कृषि प्रणाली को समझाने का कार्य होगा. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में 20 नए कृषि विज्ञान केंद्र की स्थापना होनी थी और आज 18वें कृषि विज्ञान केंद्र का शिलान्यास किया गया है. हमारी सरकार ने पिछले तीन साल में समयबद्ध तरीके से विश्व कृषि विज्ञान केंद्रों के लिए जमीन उपलब्ध कराई है.


केंद्रीय मंत्री डॉक्टर संजीव बालियान ने बताया कि 2014 में कृषि विज्ञान केंद्र को मंजूरी मिली थी. उन्होंने कहा कि जब वह कृषि मंत्री थे तो 20 केंद्रों की मंजूरी के लिए केंद्र के पास प्रस्ताव भेजा गया था. आज 6 साल बाद इस कृषि विज्ञान केंद्र का शिलान्यास हुआ. बालियान ने कहा कि यह उत्तर प्रदेश का नहीं बल्कि देश का सबसे सुंदर कृषि विज्ञान केंद्र होगा.


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