UP News: इटावा सफारी पार्क (Etawah Safari Park) में चार काले हिरणों (Black Buck) जिसमे एक बच्चा भी शामिल है की मौत का मामला सामने आया है. लेकिन सफारी प्रबंधन इन चार काले हिरणों की मौत को सामान्य मौत बताकर तेंदुए के द्वारा हमले की घटना को सिरे से नकार रहा है. हालांकि सफारी के अधिकारी विनीत सक्सेना इस बात की पुष्टि कर रहे है कि सफारी के अंदर जंगल के रास्ते तेंदुए घुस आते हैं. लेकिन वो सफारी के बफर जोन तक ही रहते हैं. सफारी के अंदर बनी एंटीलोप सफारी (काले हिरणों की सफारी) तक तेंदुआ नहीं पहुंच पाया है. अभी ऐसे कोई प्रामाणिक निशान नहीं मिला है.


क्या जताई आशंका 
एक सप्ताह में कई काले हिरणों की मौतों का मामला सामने आया है. लेकिन इसको लेकर सफारी प्रबंधन पूरी तरह से मौन है. सफारी प्रबंधन सब कुछ ठीक है ऐसा दिखाने की कोशिश में जुटा है. सफारी पार्क के अधिकारी विनीत सक्सेना ने बताया कि सफारी की एंटीलोप सफारी में चार काले हिरन की मौत हुई है, जो स्वाभाविक मौते है. सभी का पोस्टमार्टम कराया गया है. एंटीलोप सफारी की निगरानी बढ़ा दी गई है. इन मौतों के पीछे क्या वजह है स्पस्ट नहीं है. तेंदुआ, जंगली जानवर, बिल्ली के हमले से भी मौत होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता.


क्या बताया कारण
यह पहली घटना है कि जब काले हिरणों की मौत सफारी में हुई है. काला हिरन केंद्रीय वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के अंतर्गत शेड्यूल एक श्रेणी का जानवर है. ऐसी सूचनाएं आ रही हैं कि एक सप्ताह मे तेंदुए के हमले में आधा दर्जन काले हिरन की मौत हो चुकी है. एंटीलोप सफारी में तेंदुए के घुस आने के बाद किये गये शिकार से मौतें होने की प्रबल आशंका जताई जा रही है. जब सफारी प्रबंधन ने काले हिरणो की इन मौतों को स्वाभाविक मौत बता रहे हैं. यह घटना एक सप्ताह से घटित हो रही है. लेकिन सफारी प्रशासन इनकी संख्या चार ही बता रहा है. हिरनों का पोस्टमार्टम कराया गया है लेकिन पोस्टमार्टम में इनकी मौत का कारण आंतरिक चोट, आपस में लडने के कारण व सेफ्टीसीमिया बीमारी बताया गया है. काले हिरनों की मौत को लेकर सफारी प्रशासन अलर्ट मोड में चला गया है.


ये भी पढ़ें-


UP Politics: शिवपाल यादव ने PM Modi और सीएम योगी को ट्विटर पर किया फॉलो, BJP में शामिल होने की अटकलें तेज


Kanpur News: बीजेपी का समर्थक होने के नाते पड़ोसियों ने पीटा, मुस्लिम शख्स का दावा, पुलिस ने दर्ज किया मामला