Ghazipur: भारत सरकार के द्वारा जल मार्ग के जरिए पर्यटन को बढ़ाने के उद्देश्य से गंगा नदी (Ganga River) में क्रूज चलाया जा रहा है. इसी के क्रम में दुनिया के सबसे लंबे जल मार्ग के जरिये गंगा विलास क्रूज (Ganga Vilas Cruise) 30 विदेशी सैलानियों को लेकर आज गाजीपुर जनपद (Ghazipur District) पहुंचा. गाजीपुर में इस क्रूज की अगवानी जिला प्रशासन की तरफ से एडीएम अरुण कुमार सिंह (Arun Kumar Singh) और पुलिस (Police) के अधिकारियों ने किया.


कोहरे के कारण क्रूज हुआ लेट
क्रूज के हेड राज सिंह ने बताया कि यह पहला मेड इन इंडिया क्रूज़ है, जिसकी लंबाई 68 मीटर है. उन्होंने बताया कि यह क्रूज़ कलकत्ता से चलकर वाराणसी तक जाएगी. जहां इसको वाराणसी 6 जनवरी को पहुंचना था लेकिन कोहरे के कारण लेट हुआ और अब यह 8 जनवरी को वाराणसी पहुंचेगा. कोलकाता से चलकर वाराणसी तक पहुंचने में यह क्रूज 3200 किलोमीटर की दूरी तय करेगा.


विदेशियों को भारतीय संस्कृति से रुबरु होने का मिलेगा मौका
कोलकाता से वाराणसी के बीच में यह क्रूज़ कई जगह रुकेगा, इस दौरान विदेशी मेहमानों को वहां के रहन सहन, संस्कृति के बारे में जानने का मौका मिलेगा. राज सिंह के मुताबिक आज सभी विदेशी सैलानी क्रूज में आराम करेंगे और कल सुबह गाजीपुर के ऐतिहासिक स्थल लॉर्ड कॉर्नवालिस के बाजारों का भ्रमण करेंगे. कल सुबह लगभग 8 बजे से 9 बजे के बीच में यह क्रूज वाराणसी के लिए रवाना हो जाएगा.


इस जलमार्ग को पटना-फरक्का जलमार्ग के तर्ज पर विकसित करने की है योजना
बताते चलें कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कोलकाता से 22 दिसंबर को 30 सीटों वाला क्रूज पर्यटकों को लेकर रवाना हुआ. जहां यह गंगा विलास क्रूज 8 जनवरी को वाराणसी पहुंचेगा. भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों के मुताबिक वाराणसी-गाजीपुर जलमार्ग को पटना-फरक्का जलमार्ग की तर्ज पर विकसित करने की योजना है. इस जलमार्ग के शुरू हो जाने पर पूर्वांचल के बाजार की पहुंच दक्षिण पूर्व एशियाई देशों तक हो जाएगी, मार्ग से व्यापारिक गतिविधियां तेज होने से किसानों और व्यापारियों को फायदा होगा.


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