एबीपी गंगा। योगी सरकार उत्तर प्रदेश को 1 ट्रिलियन इकोनॉमी बनाने की पुरजोर कोशिश में जुटी है। हाल ही में सरकार के नियोजन विभाग ने जो आंकड़े जारी किए हैं, वह सरकार के लिए अच्छे संकेत लेकर आए हैं। नियोजन विभाग के अर्थ एवं संख्या विभाग के वित्तीय वर्ष 2019- 20 के आकड़ों के मुताबिक उत्तर प्रदेश में प्रति व्यक्ति आय में 5.9 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इतना ही नहीं सकल घरेलू उत्पाद में भी इजाफा हुआ है। इसे लेकर जहां बीजेपी उत्साहित नजर आ रही है तो वहीं कांग्रेस इन आंकड़ों को झूठे और फरेबी बता रही है।
दरअसल, उत्तर प्रदेश की योगी सरकार यूपी को एक इन्वेस्टमेंट हब के तौर पर डेवलप करना चाहती है। सरकार की कोशिश यह है कि उत्तर प्रदेश पूरे देश में निवेशकों की पहली पसंद बने और इसीलिए सरकार ने पहले इन्वेस्टर समिट का आयोजन किया फिर ग्राउंड ब्रेकिंग सेरिमनी कराई और हाल ही में डिफेंस एक्सपो का भी आयोजन कराया गया। इनके जरिए जहां लाखों करोड़ के एमओयू साइन हुए। वहीं इसका सीधा असर उत्तर प्रदेश के सकल घरेलू उत्पाद पर भी पड़ा है।
हाल ही में प्रदेश के नियोजन विभाग की तरफ से वित्तीय वर्ष 2019- 20 के आंकड़े जारी किए गए हैं। उसके मुताबिक उत्तर प्रदेश में प्रति व्यक्ति आय 5.9 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हुई है। सकल घरेलू उत्पाद में भी 4.4 फ़ीसदी की वृद्धि अनुमानित है। इतना ही नहीं कृषि पशुधन ,वन में भी 2.2 फ़ीसदी और बिजली, गैस, जलापूर्ति और निर्माण कार्य में भी 1.1 फ़ीसदी की वृद्धि हुई है साथ ही उत्तर प्रदेश में सेवा के क्षेत्र में सबसे ज्यादा 7.5 फ़ीसदी की वृद्धि अनुमानित है। इतना ही नही सकल घरेलू उत्पाद भी 11 लाख 87 हज़ार 277 करोड़ अनुमानित है। इन आंकड़ों के सामने आने के बाद बीजेपी खासी उत्साहित है। बीजेपी के नेता कह रहे हैं कि सरकार ने पिछले 3 वर्षों में यूपी के विकास के लिए जो प्रयास किए हैं, यह उसी का नतीजा है और अब उत्तर प्रदेश वन ट्रिलियन इकोनॉमी की तरफ तेजी से आगे बढ़ रहा है और सरकार लगातार इसके प्रयास कर रही है।
हालांकि आंकड़ों को लेकर विपक्ष सहमत नजर नहीं आ रहा है। कांग्रेस के नेता कह रहे हैं कि प्रदेश सरकार कुछ सच और कुछ झूठ बोलती है। कांग्रेस सदन में सरकार को इन्हीं आंकड़ों को लेकर घेरती रही है। वर्तमान सत्र में भी सदन में जो आंकड़े जारी किए गए हैं, उसमें विकास की रफ्तार उत्तर प्रदेश में घटी है। बेरोजगारी बढ़ी है। ऐसे में यह आंकड़े अपने आप में गुमराह कर रहे हैं।