लखनऊ, शैलेश अरोड़ा। योगी सरकार प्रदेश की उच्च शिक्षा बेहतर करने के लिए महाविद्यालयों की रैंकिंग कराने की तैयारी में हैं। इस रैंकिंग के आधार पर कॉलेजों को सरकार से फंडिंग करने पर भी विचार हो रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कालीचरण पीजी कॉलेज के शताब्दि भवन के लोकार्पण समारोह में कॉलेजों की रैंकिंग करने का सुझाव दिया।
23 करोड़ जनता ठान ले तो यूपी में उत्तम प्रदेश बनने की सभी संभावनाएं
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कॉलेज से निकले छात्र आज उच्च पदों पर हैं। राज्यपाल लालजी टंडन भी यहीं के छात्र रहे हैं। उन्होंने कहा कि 35 साल से कम के सर्वाधिक युवा यूपी में हैं। यूपी की 23 करोड़ की ताकत ठान ले तो ये उत्तम प्रदेश बनने की सभी संभावनाएं समेटे है। इसके लिए नकल नहीं अकल की जरूरत है। सीएम ने कहा राज्यपाल लालजी टंडन ने इस संस्थान को उजड़ने, भू माफिया के कब्जे से बचाया है। वरना आजकल तो प्रबंध समितियों के विवाद ही इतने बढ़ जाते की पढ़ाई प्रभावित होती।
कॉलेज में आगामी सत्र से रोजगारपरक कोर्स
यूपी सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में जो काम शुरू किये उनका असर दिख रहा। दवा कड़वी होती लेकिन लाभकारी होती। उन्होंने कहा सरकार ने शिक्षा के हालात सुधारने के लिए शैक्षिक सत्र नियमित करना, टेक्निकल एजुकेशन में इनोवेशन और स्टार्ट अप को बढ़ावा देने जैसे काम किये। माध्यमिक शिक्षा में नकल विहीन परीक्षा कराई, बेसिक शिक्षा में स्कूल चलो अभियान से नामांकन बढ़ाया। मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन आगामी सत्र से कॉलेज में रोज़गारपरक कोर्स शुरू करने की बात कही। इस मौके पर डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा और राज्य मंत्री मोहसिन राज़ ने 25-25 लाख और विधायक सुरेश श्रीवास्तव ने 20 लाख रूपये कॉलेज को देने की घोषणा की।
सोशल मीडिया के मिसयूज पर भड़के सीएम
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया के गलत इस्तेमाल पर नाराजगी भी जताई। ये नाराजगी कहीं न कहीं कमलेश तिवारी हत्याकांड के मामले में सोशल मीडिया पर होने वाले पोस्ट को लेकर नजर आई। सीएम योगी ने कहा कि सोशल मीडिया पर अत्यंत निर्भरता से बड़ा नुकसान हो रहा है। सोशल मीडिया का रचनात्मक उपयोग होना चाहिए। अगर इसका गलत उपयोग होता है और कोई नियत्रंण नहीं रहता तो भस्मासुर जैसा हो जाता है। सीएम योगी ने सोशल मीडिया का इस्तेमाल राष्ट्र निर्माण में करने के लिए कहा। उन्होंने कहा की बेसिक और माध्यमिक शिक्षा में लोगों ने इसका बेहतर उपयोग किया। लेकिन कुछ भ्रामक सूचनाएं भी इस पर वायरल होती जिनसे सावधान रहना होगा। कार्यक्रम में मंत्री बृजेश पाठक, आशुतोष टंडन, सतीश द्विवेदी भी मौजूद रहे।