लखनऊ. मोस्ट वांटेड गैंगस्टर विकास दुबे का यूपी एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मारा जाना अपने पीछे कई सवाल छोड़ गया है. एमपी के उज्जैन में स्थानीय पुलिस द्वारा गिरफ्तारी के बाद उसे यूपी की एसटीएफ टीम कानपुर लेकर आ रही थी, इसी बीच कथित मुठभेड़ में दुर्दान्त अपराधी विकास को मार गिराया गया. इस मुठभेड़ के लेकर यूपी कैडर के आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने तकरीबन 20 घंटे पहले एक ट्वीट किया था, और ये आशंका जताई थी कि विकास दुबे के सरेंडर के बाद उसका एनकाउंटर हो सकता है. अब ये ट्वीट सोशल मीडिया के कई मंचों पर वायरल हो रहा है.
आपको बता दें कि आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने ट्वीट करते हुये लिखा था कि ''विकास दूबे का सरेंडर हो गया. हो सकता है कल वह UP पुलिस कस्टडी से भागने की कोशिश करे, मारा जाये. इस तरह विकास दूबे चैप्टर क्लोज हो जायेगा, किन्तु मेरी निगाह में असल जरुरत इस कांड से सामने आई UP पुलिस के अन्दर की गंदगी को ईमानदारी से देखते हुए उसपर निष्पक्ष/कठोर कार्यवाही करना है.
आईपीएस अमिताभ ठाकुर के ट्वीट को बड़ी संख्या में लोगों ने रीट्वीट किया. उन्होंने आज विकास दुबे को एनकाउंटर में मार गिराये जाने के बाद भी ट्वीट किया. उन्होंने लिखा कि 'इतनी क्या हड़बड़ी थी? किसे बचाया जा रहा है''.
विकास दुबे के नाटकीय एनकाउंटर के बाद यूपी पुलिस पर तमाम सवाल उठे रहे हैं. इसके अलावा सवाल ये भी है कि आखिर गाड़ी पलटी और उस गाड़ी पर कोई खरोंच नहीं आई. बहरहाल यूपी पुलिस को इन सवालों से सामना करना होगा. देखना ये भी है कि यूपी पुलिस अपनी सफाई में क्या कहती है और किस तरह विकास दुबे के एनकाउंटर को सही ठहराती है
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