लखनऊ, शैलेश अरोड़ा। किंग जार्ज मेडिकल कॉलेज, लखनऊ के जूनियर डॉक्टर में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। ये डॉक्टर उसी टीम में शामिल है जो कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज कर रही है। डॉक्टर में कोरोना की पुष्टि के बाद बाकी डॉक्टर्स और कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। हालांकि इसके बाद इन्फेक्शन कण्ट्रोल टीम के अन्य 14 सदस्यों के सैंपल टेस्ट में कोरोना नेगेटिव से राहत मिली है।


लखनऊ में 11 मार्च को सामने आया था पहला कोरोना पॉजिटिव केस
लखनऊ में कोरोना का पहला पॉजिटिव केस 11 मार्च को सामने आया था। लंदन से आई एक महिला डॉक्टर में कोरोना पॉजिटिव मिलने पर उन्हें KGMU के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था। इसके बाद 14 मार्च को एक 21 वर्षीया युवक में कोरोना पोस्टिव मिला। ये युवक उसी महिला डॉक्टर के संपर्क में आया था जिसमे 11 मार्च को कोरोना पॉजिटिव मिला था। इसके बाद युवक को भी KGMU के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया। अब आइसोलेशन वार्ड में तैनात जूनियर डॉक्टर में कोरोना पॉजिटिव मिला है।


इन्फेक्शन कंट्रोल टीम के अन्य सदस्यों की रिपोर्ट निगेटिव
KGMU के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने बताया की एक जूनियर रेजिडेंट जिन्होंने सैंपल लिया था, पॉजिटिव पाए गए। इसके बाद इन्फेक्शन कंट्रोल की पूरी टीम का सैंपल लिया गया। अन्य सभी 14 सैंपल नेगेटिव आये हैं। कोई संकट नहीं है, कोरोना पॉजिटिव डॉक्टर भी ठीक हैं। KGMU में शाम को टास्क फ़ोर्स की मीटिंग बुलाई गयी है।


यूपी में 16, लखनऊ में 3 हुए कोरोना पॉजिटिव केस
जूनियर रेजिडेंट में कोरोना का मामला सामने आने के बाद अब यूपी में कोरोना पॉजिटिव केस की संख्या बढ़कर 16 हो गयी है। इनमे आगरा में 8, लखनऊ और नोएडा में 3-3, गाज़ियाबाद में 2 पॉजिटिव केस आये हैं। स्टेट कंट्रोल रूम के अनुसार 17 मार्च शाम 7.30 बजे तक NIV पुणे और KGMU लखनऊ में 875 सैंपल टेस्ट हुए जिनमे 762 निगेटिव मिले। प्रदेश के बॉर्डर चेक पोस्ट पर 13,78,054 लोगों की और एयरपोर्ट पर 22,008 यात्रियों की स्क्रीनिंग हो चुकी है।