Uttar Pradesh: गोंडा जेल (Gonda Jail) में फर्जी भूमि घोटाले (Land Scan) के आरोप में बंद एक 70 साल के वयक्ति की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. आरोपी मृतक का नाम सालिकराम सिंह था, उसे 24 घंटे पहले फर्जी भूमि घोटाले के आरोप में जेल भेजा गया था. आरोपी की मौत से जेल प्रशासन (Jail Administration) में हड़कंप मचा हुआ है, इस मौत ने जेल प्रशासन की कार्यप्रणाली को भी संदेह के घेरे में खड़ा कर दिया है.


मृतक बन्दी परसपुर थाना क्षेत्र के खैरा वृन्दावन गांव का रहने वाला है. पुलिस के मुताबिक वह शातिर किस्म का अपराधी था, उसके विरुद्ध करीब दो दर्जन गंभीर धाराओं में मुकदमें दर्ज हैं. फर्जी भूमि घोटाले का अभियुक्त होने के नाते नगर कोतवाली पुलिस ने सोमवार को उसे गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था. इस मामले में जेल प्रशासन की भूमिका भी संदिग्ध बताई जा रही है. अब देखना यह होगा जेल प्रशासन के विरुद्ध भी जांच की आंच आती है कि नहीं.


मौत को लेकर क्या कहा जेलर ने


पूरे मामले में जेलर शिव प्रताप मिश्रा ने बताया कि सोमवार शाम को बंदी सालिकराम सिंह को जेल में दाखिल किया गया था, जहां देर रात उसकी तबियत खराब  हो गयी. उन्होंने आगे बताया कि सूचना पर जेलकर्मियों ने डॉक्टर को बुलाकर उसका इलाज कराया, सुबह 5 बजे के बाद अचानक उसकी तबियत और बिगड़ गई. 


जेलर शिव प्रताप ने बताया कि उसके बाद जेल प्रशासन ने आनन फानन में एम्बुलेंस के जरिये सालिकराम सिंह को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी. इस मौत की जांच के लिए मजिस्ट्रियल टीम गठित की गयी है.


आरोपी की परिस्थितियों में हुई मौत ने जेल प्रशासन और भूमि घोटाले को लेकर अनेक सवाल खड़े हो गए हैं. इस घटना से फर्जी भूमि घोटाले के तार उलझते जा रहे हैं क्योंकि इस मामले में दूसरा मास्टरमाइंड था जिसे 24 घंटे पहले ही जेल भेजा गया था.


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