UP Lawyer Killed: कोर्ट में घुसकर वकील की गोली मारकर हत्या, आरोपी फरार, मौके पर पुलिस फोर्स
यूपी के शाहजहांपुर की कोर्ट में अंदर वकील की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी शख्स वहां से फरार हो गया. वकील की हत्या के बाद इलाके में दहशत का माहौल है.
UP Lawyer Killed in Shahjahanpur: यूपी के शाहजहांपुर जिले में बड़ी वारदात देखने को मिली है. बेखौफ बदमाश ने शाहजहांपुर की कोर्ट के अंदर घुसकर वकील की गोली मारकर हत्या कर दी है. फायरिंग की आवाज के बाद वहां मौजूद वकील दौड़कर घटनास्थल पर पहुंचे, लेकिन तब तक आरोपी फरार हो चुका था. गोली मारने वाला शख्स तमंचा वही पर छोड़कर मौके से फरार हो गया.
ये वारदात दोपहर करीब 12 बजे की बताई जा रही है. आरोपी कचहरी की तीसरी मंजिल में ACJM ऑफिस में पहुंचा और तमंचे से फायर कर वकील को मौत के घाट उतार दिया. वारदात के वक्त ऑफिस में कोई मौजूद नहीं था. वहीं, दिनदहाड़े कोर्ट परिसर में हुई हत्या के बाद इलाके में हड़कंप मच गया है. पूरी कचहरी में अफरा-तफरी का माहौल है. घटना से गुस्साए वकीलों ने हंगामा भी किया. मौके पर पुलिस फोर्स पहुंच चुकी है. पुलिस ने मृतक वकील के शव को अपने कब्जे में ले लिया है.
मृतक वकील की पहचान जलालाबाद निवासी भूपेंद्र प्रताप सिंह के रूप में हुई है.
कांग्रेस ने बोला हमला
वहीं, इस घटना के बाद विपक्ष को सरकार पर हमला बोलने का मौका मिल गया है. कांग्रेस ने वकील की हत्या को लेकर सरकार पर तंज कसा है. यूपी कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा कि शाहजहांपुर में कचहरी के तीसरी मंजिल पर वकील भूपेंद्र प्रताप सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गयी है. उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था छुट्टी पर है. अपराधी बेखौफ होकर अपना काम कर रहे हैं. योगी आदित्यनाथ जी नींद से कब जागेंगे?
मायावती ने पूछा- यूपी में सुरक्षित कौन?
वही बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी योगी सरकार को आड़े हाथ लिया है. मायावती ने कहा कि शाहजहांपुर के कोर्ट परिसर में वकील की आज दिन दहाड़े हुई हत्या अति-दुखद व शर्मनाक है. यहां की बीजेपी सरकार में कानून-व्यवस्था की स्थिति व इस सम्बंध में सरकारी दावों की पोल खोलती है. यही सवाल उठता है कि यूपी में आखिर सुरक्षित कौन? सरकार इस ओर समुचित ध्यान दे.
यूपी के जिला शाहजहाँपुर के कोर्ट परिसर में वकील की आज दिन दहाड़े हुई हत्या अति-दुखद व शर्मनाक जो यहाँ की भाजपा सरकार में कानून-व्यवस्था की स्थिति व इस सम्बंध में सरकारी दावों की पोल खोलती है। अब अन्ततः यही सवाल उठता है कि यूपी में आखिर सुरक्षित कौन? सरकार इस ओर समुचित ध्यान दे।
— Mayawati (@Mayawati) October 18, 2021
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