लखनऊ. उत्तर प्रदेश के वित्त, चिकित्सा शिक्षा और संसदीय कार्य मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2021-22 के बजट में सम्मिलित अनुदान की मांगों पर उत्तर प्रदेश विधानसभा की ओर से बजट में सम्मिलित मतदेय मदों की धनराशि पांच लाख चार सौ उन्नीस करोड़ सत्तर लाख तिरसठ हजार पर मतदान करते हुए पारित किया गया. वहीं भारित मदों की कुल धनराशि पच्चासी हजार चार सौ नब्बे करोड़ बहत्तर लाख चैदह हजार रुपए है.


खन्ना ने बताया कि विधानसभा की ओर से पांच लाख पच्चासी हजार नौ सौ दस करोड़ बयालिस लाख सतहत्तर हजार रुपए की धनराशि के लिए विनियोग विधेयक, 2021 पारित किया गया. उन्होंने बताया कि इस धनराशि में समायोजन की धनराशि पैंतीस हजार छ सौ उनतालिस करोड़ पैंसठ लाख रुपए में सम्मिलित है. इस प्रकार शुद्ध बजट की धनराशि पांच लाख पचास हजार दो सौ सत्तर करोड़ सतहत्तर लाख सतहत्तर हजार रुपए है.





बता दें कि योगी आदित्यनाथ सरकार ने विपक्षी सदस्यों के सदन में हंगामे के बीच अपना पांचवा और आखिरी बजट पेश किया. वहीं बजट पारित करने के बाद अध्यक्ष एच एन दीक्षित ने सदन को स्थगित करने की घोषणा की. 10 मार्च को समाप्त होने वाला बजट सत्र गुरुवार को समाप्त हो गया. फिलहाल बता दें कि राज्य सरकार ने 22 फरवरी को पहला पेपरलेस बजट पेश किया था, जो राज्य के इतिहास में पहली बार हुआ था.


बजट बहस के दौरान विपक्षी सदस्यों के सवालों का जवाब देते हुए, सदन के नेता योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि बजट में उत्तर प्रदेश के विकास के लिए दीर्घकालिक रोड मैप की कल्पना की गई है. उन्होंने कहा कि बजट का ध्यान सभी के कल्याण और विकास और किसी के तुष्टिकरण पर नहीं है. उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा था कि "बजट ने सुनिश्चित किया है कि कल्याणकारी योजनाओं और विकास का लाभ समाज के हर वर्ग तक पहुंचे, भले ही उनकी जाति या धर्म कुछ भी हो."


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