लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिले बुधवार से अनलॉक हो जाएंगे. यानी जिलों में जो कोरोना कर्फ्यू लागू किया गया था वो खत्म हो जाएगा. प्रदेश के 72 जिलों में कोरोना कर्फ्यू पहले ही हट चुका था लेकिन लखनऊ, मेरठ और गोरखपुर में मामले 600 से ज्यादा थे इसलिए यहां पर अभी कोरोना कर्फ्यू जारी था. लेकिन, आज टीम 9 की बैठक में जब आंकड़े कम हुए तो मुख्यमंत्री ने इन 3 जिलों में भी कोरोना कर्फ्यू हटाने के निर्देश जारी किए.
लग जाएगा कोरोना कर्फ्यू
जो निर्देश अभी तक सरकार की ओर से जारी किए गए हैं उसके मुताबिक अगर किसी भी जिले में सक्रिय मामले 600 से बढ़ जाते हैं तो वहां पर जिलाधिकारी कोरोना कर्फ्यू को दोबारा लागू कर सकते हैं. ऐसे में ये हमारी आपकी जिम्मेदारी है कि हम कोरोना के प्रति लापरवाही ना बरतें. वरना अगर केस बढ़ेंगे तो एक बार फिर से कोरोना कर्फ्यू जिलों में लग सकता है.
75 जिलों में लगाया गया कोरोना कर्फ्यू
उत्तर प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर में जब मामले तेजी से बढ़ने लगे तब सरकार ने 2 मई यानी पंचायत चुनाव की मतगणना के बाद प्रदेश के सभी 75 जिलों में कोरोना कर्फ्यू लगा दिया था. जिसे एक साथ लागू ना करके हफ्ते-हफ्ते भर के लिए आगे बढ़ाया जाता रहा. और जब मामलों में कमी आने लगी तो सरकार ने नई गाइडलाइन जारी करते हुए 600 से कम सक्रिय मामले वाले जिलों में इस कोरोना कर्फ्यू को हटाने के निर्देश जारी किए थे.
वीकेंड लॉकडाउन अभी जारी रहेगा
मंगलवार तक प्रदेश के 72 जिलों में कोरोना कर्फ्यू पहले से ही हट चुका था और मंगलवार को टीम 9 कि जब बैठक हुई तब लखनऊ गोरखपुर और मेरठ जिन 3 जिलों में कोरोना कर्फ्यू जारी था, वहां भी 600 से कम केस होने के चलते मुख्यमंत्री ने इन जिलों में भी कोरोना कर्फ्यू हटाने के निर्देश अधिकारियों को दिए. हालांकि पूरे प्रदेश में शाम 7 बजे से सुबह 7 बजे तक का नाइट कर्फ्यू जारी रखने के निर्देश दिए गए हैं, इसके अलावा शनिवार और रविवार को लगने वाला वीकेंड लॉकडाउन अभी जारी रहेगा.
डीएम को दिए गए हैं अधिकार
वहीं, यूपी के चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना का साफ तौर पर कहना है कि अब क्योंकि प्रदेश के सभी जिलों में सक्रिय मामले 600 से कम हो गए हैं, ऐसे में अब कोरोना कर्फ्यू पूरे प्रदेश से हट गया है. लेकिन, वो इस बात का भी साफ तौर पर जिक्र करते हैं कि जो निर्देश अभी तक जारी हुए हैं उसके मुताबिक अगर किसी जिले में सक्रिय मामले 600 से पार हो जाते हैं तो वहां के जिलाधिकारी को ये अधिकार दिया गया है कि वो कोरोना कर्फ्यू के बारे में खुद ही निर्णय ले सकता है. उत्तर प्रदेश में कोरोना के मामले अब काफी कम हो गए हैं. 30 अप्रैल को प्रदेश में जहां कोरोना के सक्रिय मामले 3 लाख 10 हजार तक पहुंच गए थे तो वहीं अब सक्रिय मामले महज 14000 के आसपास ही बचे हुए हैं. वहीं, दैनिक पॉजिटिविटी रेट भी 0.2 फीसदी के आसपास आ गया है.
निभानी हो गी जिम्मेदारी
कोरोना के मामले कम होने में आंशिक कोरोना कर्फ्यू की एक बड़ी भूमिका रही है, लेकिन अब जब प्रदेश के सभी जिलों से कोरोना कर्फ्यू हटा लिया गया है तब एक बार फिर सड़कों पर लोगों की भीड़ उमड़ सकती है. ऐसे में लोग अगर सावधानी नहीं बरतेंगे तो मामले बढ़ सकते हैं. अब ये हमारी और आपकी जिम्मेदारी है कि हम जरूरी काम से ही घर से बाहर निकलें और जब बाहर निकलें तो सभी प्रोटोकॉल को फॉलो करें. जिससे कोरोना संक्रमण ना बढ़ने पाए.
ये भी पढ़ें: