UP News: महोबा (Mahoba) के कबरई (Kabrai) ब्लाक परिसर में शराब के नशे में बीडीओ (BDO) के चालक ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या की कोशिश की है. जिसे अचेत अवस्था में परियोजना निदेशक के वाहन से इलाज के लिए महोबा जिला अस्पताल लाया गया. कर्मचारी के परिजनों ने परियोजना निदेशक पर अभद्रता करने का गंभीर आरोप लगाया है. जबकि अधिकारी ने उक्त आरोपों को निराधार बताते हुए ड्यूटी समय शराब पीकर आने पर डांटे जाने की बात कही है. कर्मचारी का इलाज जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में चल रहा है. जहां उसकी हालत स्थिर बनी हुई है.
क्या बोली पत्नी
महोबा जनपद के कबरई विकासखंड में तैनात वाहन चालक कर्मचारी बृजेंद्र ने परिसर में ही शराब के नशे में जहरीला पदार्थ का सेवन कर लिया. अचेत अवस्था में कर्मचारी को पड़ा देख परियोजना निदेशक चित्रसेन सिंह द्वारा अपने वाहन से जिला अस्पताल पहुंचाया गया. जहां इमरजेंसी वार्ड में उसे भर्ती कर लिया गया है. कर्मचारी की पत्नी गौरी का आरोप है कि उसका पति दिव्यांग है फिर भी उसे कबरई ब्लाक से 34 किलोमीटर दूर जैतपुर ब्लॉक में सम्बद्ध कर दिया गया. इसको लेकर उसने कई बार परियोजना निदेशक से पुनः कबरई ब्लॉक में स्थानांतरण करने की मांग की जाती रही. पत्नी का आरोप है कि पिछले ढाई वर्षों से जैतपुर विकासखंड में बीडीओ का वहान चला रहा है.
क्या बोलीं परियोजना निदेशक
इस पूरे मामले को लेकर परियोजना निदेशक चित्रसेन सिंह का कहना है कि कर्मचारी द्वारा लगाए गए अभद्रता और प्रताड़ना के आरोप गलत हैं. ड्यूटी के दौरान शराब पीकर आने के चलते उसे डांटा गया था. एक अधिकारी होने के नाते उसे समझाया जा रहा था. अधिक शराब पिये होने के कारण उसने नशे में उसने क्या खाया इसकी जानकारी नहीं है. लेकिन अचेत होने पर उसे इलाज के लिए खुद अस्पताल लेकर आए हैं जहां भर्ती कराया गया है. अधिकारी का कहना है कि उक्त कर्मचारी अक्सर शराब पीकर ड्यूटी में आता है ,जिसको लेकर पूर्व में भी अधिकारियों को बताया जा चुका है.
ये भी पढ़ें-
Uttarakhand News: उत्तराखंड के सफाई कर्मचारियों के लिए खुशखबरी! सीएम धामी ने किया ये बड़ा एलान