Mahoba News: महोबा में छात्रों से धोखाधड़ी, मेडिकल कॉलेज ने फर्जी एडमिशन कर वसूली लाखों रुपये फीस, बाद में पता चला फर्जी है कॉलेज
उत्तर प्रदेश के महोबा में एक पैरा मेडिकल कॉलेज में छात्रों के फर्जी एडमिशन करने का मामला सामने आया है. कॉलेज में एडमिशन लेने वाले 19 छात्रों ने इसे लेकर डीएम और एसपी से शिकायत की है.
महोबा: उत्तर प्रदेश के महोबा (Mahoba) जनपद के एक पैरा मेडिकल कॉलेज में छात्रों का फर्जी एडमिशन (Fake Admission) कर धोखाधड़ी करने का गंभीर मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि कॉलेज संचालक बीजेपी नेता है. तकरीबन 19 छात्रों ने इस मामले की शिकायत जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से की है. वहीं छात्रों के भविष्य बर्बाद होने की जानकारी जब बीजेपी सांसद को लगी तो उन्होंने निष्पक्ष जांच कराए जाने की बात कही है.
शहर में लगे होर्डिंग,बैनर से मेडिकल कॉलेज की हुई थी जानकारी- छात्र
महोबा में जिलाधिकारी की चौखट पर अपने साथ हुई धोखाधड़ी और भविष्य की चिंता से परेशान छात्रों ने न्याय की गुहार लगाई है. इन सभी छात्रों ने मेडिकल क्षेत्र ने अपने भविष्य बनाने के लिए शहर में संचालित पदमश्री पैरा मेडिकल कॉलेज में 1लाख 30 हजार रुपये फीस देकर एडमिशन लिया था. छात्र ब्रजेश, अरुण ,संदीप, लोकेंद्र, प्रवेश,प्रिंस आदि बताते हैं कि शहर में लगे होर्डिंग,बैनर से इन्हें मेडिकल कॉलेज की जानकारी हुई थी. जिसके बाद इन्होंने विद्यालय में जाकर जुलाई माह में प्रवेश लिया था. छात्र अपने भविष्य को लेकर निश्चिंत थे लेकिन इन्हें नहीं पता था कि इनके साथ बहुत बड़ा धोखा हो रहा है और इनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.
छात्रों के फर्जी सेशन एग्जाम तक कॉलेज ने करवाए
उक्त कॉलेज प्रबंधक खुद को जनपद जालौन में संचालित श्री सत्य साईं इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च सेंटर से अटैच बताता रहा. डी फार्मा में एडमिशन लिए इन छात्रों के फर्जी सेशन एग्जाम तक कॉलेज द्वारा करा दिए गए. जब इन छात्रों ने स्कॉलर के फॉर्म भरे तब इन्हें पता चला कि इनके साथ शिक्षा के नाम पर बड़ा धोखा हुआ है. यहीं नही जब इनके द्वारा जलौन जनपद में संचालित कॉलेज श्रीसत्यसाईं इंस्टीयूट में संपर्क किया गया तो पता चला कि इन छात्रों का दरअसल कोई एडमिशन ही नही हुआ है और न ही इनकी फीस जमा है.
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कॉलेज का प्रबंधक खुद को बीजेपी नेता बताता है
पीड़ित छात्रों का कहना है कि उनके साथ हुए इस बड़े धोखे के बाद इनके पैरों से जमीन खिसक गई. इन सभी छात्रों ने अपने भविष्य को बेहतर बनाने के लिए कॉलेज में प्रवेश लिया था लेकिन इनके साथ शिक्षा माफियों ने ठगी को अंजाम दे दिया. छात्रों का कहना है कि इस बाबत जब इनके द्वारा कॉलेज के प्रबंधक लायक सिंह उसके एमडी पुत्र रवि सिंह से बात की गई तो वे सभी को धमकाने लगे. छात्रों का कहना है कि कॉलेज का प्रबंधक खुद को बीजेपी का नेता बताता है और छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर बेख़ौफ़ बना हुआ है. इस मामले में शिकायत के बाद भी न तो शिक्षा विभाग और न ही पुलिस कोई कार्रवाई कर रही है.
सांसद पुष्पेंद्र चंदेल ने कहा मामले की जांच कराई जाएगी
वहीं छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ की जानकारी सांसद पुष्पेंद्र चंदेल को लगी तो तुरंत पूरे मामले पर गंभीरता दिखाते हुए निष्पक्ष जांच कराए जाने की बात कही. उनका कहना है कि बीजेपी नेता बनकर यदि कोई पार्टी को बदनाम कर रहा है तो इस पर जांच कराई जाएगी. उन्होंने कहा कि छात्रों के साथ घटित यह मामला बेहद गंभीर है जिसको लेकर अधिकारियों को निर्देशित किया जायेगा.
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