Uttar Pradesh Politics: बहुजन समाज पार्टी (BSP) प्रमुख मायावती ने बुधवार (19 जुलाई) को घोषणा किया कि उनकी पार्टी 2024 के लोकसभा चुनावों (Lok Sabha Election 2024) के साथ ही राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी. आगामी चुनावों में गठबंधन को लेकर मायावती (Mayawati) ने यहां एक बयान में कहा कि, बीएसपी पंजाब और हरियाणा में क्षेत्रीय दलों के साथ हाथ मिलाने के लिए तैयार है. बशर्ते उनका सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) या नवगठित विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' के साथ कोई गठजोड़ न हो.
इस दौरान उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने एनडीए के साथ ही नवगठित विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' की जमकर आलोचना की. उन्होंने आरोप लगाया कि उनमें से कोई भी दलितों और उत्पीड़ित वर्गों के अनुकूल नहीं है. विपक्ष के 26 दलों ने मंगलवार (18 जुलाई) को बेंगलुरू में हुई अपनी बैठक में, अगले लोकसभा चुनाव के लिए अपनी चुनावी बिसात बिछाने का आगाज करते हुए 'इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस' (INDIA) नाम से नए गठबंधन की घोषणा की थी.
उत्पीड़ित वर्गों को बीएसपी का करना होगा समर्थन- मायावती
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कहा कि जहां भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाला एनडीए और कांग्रेस के नेतृत्व वाला गठबंधन खुद को मजबूत कर रहा है, वहीं बीएसपी भी देश भर में पार्टी कार्यकर्ताओं की बंद कमरे में बैठकें कर रही है. उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि उत्पीड़ित वर्गों को बीएसपी का समर्थन करना होगा, क्योंकि कांग्रेस ने 'जातिवादी मानसिकता अपनायी और उनकी मांगों को नजरअंदाज किया.'
मायावती ने बीएसपी बनाने के लिए कांग्रेस को बताया जिम्मेदार
कांग्रेस की नीतियों की आलोचना करते हुए मायावती ने कहा, 'अगर कांग्रेस ने अपनी जातिवादी और पूंजीवादी मानसिकता को अलग रखा होता, गरीबों और पीड़ितों के कल्याण के लिए काम किया होता और बीआर आंबेडकर के विचारों का अनुसरण किया होता, तो बीएसपी बनाने की जरूरत ही नहीं पड़ती.'
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