(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Meerut News: IPL की तर्ज पर मेरठ की जेल में हुआ जेपीएल, कैदियों ने खूब उड़ाए चौके-छक्के
Meerut: मेरठ (Meerut) की जेल की जेल में आईपीएल (IPL) की तर्ज पर जेपीएल यानी जेल प्रीमियर लीग में कैदी चौके-छक्के लगाकर गेंद को जेल की बाउंड्री से बाहर पहुंचा रहे थे.
UP News: देश में क्रिकेट का खुमार लोगों के सर चढ़कर बोलता है. आज देश में एक तरफ आईपीएल (IPL) के लिए खिलाड़ियों की बोली लग रही थी. दूसरी तरफ मेरठ (Meerut) की जेल की जेल में आईपीएल की तर्ज पर जेपीएल यानी जेल प्रीमियर लीग में कैदी चौके-छक्के लगाकर गेंद को जेल की बाउंड्री से बाहर पहुंचा रहे थे.
क्यों हुआ आयोजन
मेरठ की जेल में जेपीएल में आम खिलाड़ी नहीं बल्कि बंदी और बंदी रक्षक खेलें. अपराध की दुनिया से ताल्लुक रखने वाले खुराफाती खूब खेले. उन्होंने मैच में रोमांच और खेल भावना भी दिखाई दी. जेल अधीक्षक की मानें तो इस तरह के आयोजन कोरोना काल में बंदियों को अवसाद से निकालने में मदद करेंगे.
कहां हुआ मैच
मेरठ के चौधरी चरण सिंह जिला कारागार में बंदियों पर सख्ती नहीं बल्कि बंदियों के लिए खेल आयोजन की तस्वीरें सामने आ रही हैं. यह मौका है जेल प्रीमियर लीग का. मेरठ के जिला कारागार में बंदी और बंदी रक्षक के बीच कई टीमें बनाई गई. जिसमें आज फाइनल मैच खेला गया. जो जेल स्टाफ और जेल बंदियों के बीच खेला गया. मैच के दौरान जबरदस्त रोमांच और खेल भावना नजर आई. कभी चाकू और बंदूक का इस्तेमाल अपराधिक वारदातों को अंजाम देकर जेल तक पहुंचने वाले बंदियों ने आज बैट और बॉल थामा. जरायम की दुनिया के खिलाड़ियों ने क्रिकेट ग्राउंड में जमकर चौके छक्के लगाए.
क्या बोले जिला जज
इस लीग के दौरान बंदियों की टीम सुपर वारियर्स ने मैच जीत का खिताब अपने नाम कर लिया. यानी जरायम की दुनिया में बदनाम होने वाले यह लोग खेल की दुनिया में नाम कमा रहे हैं. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला जज रजत कुमार जैन ने जीती हुई टीम को सम्मानित भी किया और उनका उत्साह वर्धन भी किया. वहीं वरिष्ठ जेल अधीक्षक की माने तो कोरोना काल में बंदियों की मुलाकातें बंद है. जिसके चलते कई बंदी मानसिक अवसाद का शिकार भी हो गए. इसी मानसिक अवसाद से निकालने और उनकी मनोदशा सुधारने के लिए जिला कारागार में जेल कबड्डी लीग के बाद अब जेल प्रीमियर लीग का आयोजन किया गया है. जिसमें बंदियों ने शानदार प्रदर्शन किया. उन्होंने आशा जताई कि जेल से निकलने के बाद यह लोग अपने भविष्य को सुधारने के लिए कुछ अच्छा भी कर सकेंगे.
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