UP News: सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर की सावधान यात्रा पर परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि वह अपनी पार्टी के स्थापना दिवस पर हर वर्ष कार्यक्रम करते हैं. इस बार सावधान यात्रा निकाल रहे हैं. अपनी पार्टी को आगे बढ़ाने के लिए वे काम करते हैं. परिवहन मंत्री ने कांग्रेस और बसपा पर भी निशाना साधा हैं. इसके अलावा उन्होंने आजम खान द्वारा सुरक्षा वापस किए जाने पर भी तंज कसा है.
परिवहन मंत्री ने कहा कि कांग्रेस पूरे देश में समाप्त हो रही, कांग्रेस मुक्त भारत का जो नारा दिया था वह दिख रहा है. जनमानस ने पीएम मोदी की अपील को स्वीकारा है. सबसे ज्यादा शासन करने का उनको अवसर मिला. लेकिन इस देश को जो चीजें बहुत पहले मिल जानी चाहिए थी, बहुत लंबे समय बाद अब जाकर पीएम मोदी की सरकार में मिली.
बिहार में विस्तार कर रहे ओम प्रकाश राजभर
मंत्री ने बसपा निशाना साधते हुए कहा कि बीएसपी की भी नीतियां जो थी वह लोगों को पसंद नहीं आई, जिसके कारण वह भी आज हाशिए पर है. ओपी राजभर का भी एरिया है, जहां पर उनका कुछ महत्व है. पूरे प्रदेश और देश में नहीं है जिसके लिए वह प्रयासरत हैं. बिहार में भी वह कोशिश कर रहे हैं, पहले भी बिहार में चुनाव लड़े हैं. उनके ज्यादा कार्यक्रम यूपी के मुकाबले बिहार में लग रहे हैं. वह अपनी पार्टी का विस्तार बिहार में कर रहे हैं.
नीतीश और कृष्णा पटेल की मुलाकात पर
अपना दल कमेरावादी की कृष्णा पटेल और बिहार के सीएम नीतीश कुमार की मुलाकात पर दयाशंकर सिंह ने कहा कि कृष्णा पटेल यूपी में भी चुनाव लड़ी हैं. उनके लोग भी लड़े, लेकिन यहां उन्हें बहुत सफलता नहीं मिली. उनके पति की जो पार्टी है, उनकी बेटी उसकी राष्ट्रीय अध्यक्ष है. वह बीजेपी के साथ हैं. जब यहां पर कृष्णा पटेल प्रासंगिक नहीं है तो बिहार में उनका क्या है, ये औपचारिक मुलाकात है.
आजम खान पर क्यों बोले?
आजम खान की सुरक्षा पर मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि आजम खान के पास बहुत सुरक्षा और सुरक्षा घेरे में रहते हैं. किन कारणों से वापस सुरक्षा किया वही जानते होंगे. उनकी सुरक्षा की सरकार व्यवस्था करती है. अपराध के आधार पर मुकदमे होते हैं, पुलिस कोई जानबूझकर नहीं करती. जब सपा की सरकार थी, तब व्यक्ति विशेष को टारगेट करके इस तरह किया जाता रहा था. लेकिन बीजेपी में ऐसा नहीं होता है.
उन्होंने कहा कि कोई व्यक्ति कितना ही ताकतवर क्यों ना हो, कानून से ऊपर नहीं है. सबके लिए कानून बराबर है, जो उसकी परिधि में आता है उस पर मुकदमे होते हैं. बीजेपी सरकार में किसी को चिन्हित करके प्रताड़ित नहीं किया जाता. सपा सरकार में तो चिन्हित करके लोगों के साथ ऐसा किया जाता रहा है. पुलिस को वह लोग इस्तेमाल करते थे, राजधानी लखनऊ में किस तरह डिप्टी एसपी को घसीटा गया उन्हीं की सरकार थी. जो लोग कानून के शिकंजे में आते पुलिस पर आरोप लगाते हैं.
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