Uttar Pradesh News: यूपी के पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह (Minister Dharampal Singh) ने कहा की लंपी एक बहुत ही खतरनाक स्किन डिजीज (Lumpy Skin Disease) है. यह पतली स्किन वाले पशु को होता है इसलिए गाय के लिए बहुत आक्रमणकारी है. यह बिल्कुल कोरोना वायरस (Coronavirus) की तरह संक्रामक रोग है. जैसे व्यक्तियों में कोरोना वायरस से बचाना मुश्किल हो गया था उसी तरह यह लंपी डिजीज है जिससे पशुओं को बचाना कठिन हो गया है. इसके मामले सामने आने के बाद सीएम योगी के निर्देश पर हमने तत्काल उत्तर प्रदेश की सीमाओं को सील कर दिया. पशुओं के यातायात, क्रय विक्रय, मेले, नुमाइश पर प्रतिबंध लगा दिया.
कराया जा रहा वैक्सीनेशन-मंत्री
मंत्री ने बताया कि प्रदेश के 30 जिलों में एक तरह से पशुओं पर लॉकडाउन लगाने का काम हो गया, फिर वैक्सीनेशन भी शुरू हो गया. प्रदेश स्तर पर टीम 9 का गठन किया गया. यह रोग मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, गुजरात, दिल्ली और उत्तराखंड की तरफ से आया. यही वजह रही की सबसे अधिक पश्चिम यूपी इससे प्रभावित है. विभाग ने रणनीति के तहत एक बेल्ट बनाने का काम किया है. ये बेल्ट 10 किलोमीटर चौड़ी और 320 किलोमीटर लंबी है जो पीलीभीत से लेकर भिंड मुरैना मध्य प्रदेश तक है. यानी नेपाल बॉर्डर से मध्य प्रदेश के बॉर्डर तक इस बेल्ट में सघन टीकाकरण करा रहे हैं जिससे रोग पश्चिम यूपी से बाकी जगह ना जा सके.
50 लाख से अधिक पशुओं का हुआ टीकाकरण-मंत्री
मंत्री धर्मपाल सिंह ने बताया कि, अब तक 50 लाख से अधिक पशुओं में टीकाकरण करा दिया है. प्रतिदिन 3 लाख पशुओं का टीकाकरण करा रहे हैं. पशुपालकों को घबराने की जरूरत नहीं है. इस रोग की पहचान है कि पशुओं की आंखों और नाक से पानी बहेगा, तेज बुखार आएगा, एक रुपए के सिक्के के बराबर फफोले पड़ जाएंगे. जब ये फफोले फूटेंगे तो मक्खी और मच्छर बैठेंगे जो दूसरे पशुओं को भी प्रभावित करेंगे. पशुपालक शाम को नीम की पत्तियों का धुआं लगाने का काम करें, हल्के गुनगुने पानी में हल्दी डालकर धोने का काम करें. जो पशु संक्रमित हो जाएं उसे अलग दूरी पर आइसोलेट कर दें जिससे वह दूसरों को प्रभावित ना कर सकें.
मंत्री ने भ्रांतियां दूर करने को कहा
मंत्री धर्मपाल सिंह ने लंपी बीमारी को लेकर कहा है कि, इस रोग को लेकर तमाम तरह की भ्रांतियां हैं जिन्हें दूर करें, जैसे मनुष्य को इससे किसी तरह का नुकसान नहीं, लेकिन सावधानी बरतने की जरूरत है. दूध को उबाल कर पिएं तो कोई नुकसान होने वाला नहीं है. ये रोग पशुओं से मनुष्यों में नहीं फैलता इसलिए डरने की जरूरत नहीं है.
पश्चिमी यूपी के 30 जिले प्रभावित
मंत्री ने कहा, पश्चिमी यूपी के 30 जिले लंपी स्किन डिजीज से प्रभावित हैं. इन 30 जनपदों में अब तक कुल 42,810 गोवंश इस रोग से प्रभावित हुए हैं. इन 42,810 पशुओं में से 26,318 पशु रोग मुक्त हो चुके हैं जो 61 फीसदी है. इस रोग से अबतक 378 गोवंश की मृत्यु हो चुकी. मृत्यु दर 0.88 फीसदी है. कुल 122.50 लाख वैक्सीन उपलब्ध है जबकि 27.50 लाख वैक्सीन की मांग भेजी जा चुकी है. प्रदेश के सभी 75 जिलों में गोवंश में टीकाकरण का कार्यक्रम चलाया जा रहा है.
पशुओं का आवागमन प्रतिबंधित
मंत्री ने कहा कि, अब तक कुल 56,78,400 गोवंश का टीकाकरण किया जा चुका है. प्रदेश में कुल 2055 टीमें गठित की गई हैं. अंतर्राज्यीय और अंतर्जनपदीय सीमा से लगे जनपदों में टीकाकरण को प्राथमिकता दी जा रही है. अंतर्जनपदीय और अंतर्राज्यीय सीमाओं से पशुओं का आवागमन पूरी तरह प्रतिबंधित है. पशुओं को मच्छर मक्खियों से दूर रखने के लिए कीटनाशक दवाओं का लगातार छिड़काव किया जा रहा है.
76 आइसोलेशन सेंटर स्थापित
मंत्री ने कहा, प्रभावी और जल्द चिकित्सा के लिए 150 मोबाइल वेटरनरी यूनिट चलाई जा रही है. प्रभावित गोवंश पशुओं को अलग रखने के लिए 76 आइसोलेशन सेंटर स्थापित किए जा चुके हैं. नीम की पत्ती को पानी में उबालकर उस पानी में हल्दी के साथ लेप बनाकर प्रभावित पशु के शरीर पर लगाने की सलाह दी जा रही है. मुख्यालय में बनाए गए कंट्रोल रूम नंबर 0522- 2741992, 7880776657 और टोल फ्री नंबर 18001805141 पर कोई भी संपर्क कर सकता है. ये रोग पशुओं से इंसानों में नहीं फैलता है. दूध को उबालकर पीने से कोई नुकसान नहीं है.
10 मंडल के कुल 30 जिले प्रभावित:
1- आगरा मंडल:
- आगरा: अब तक 557 पशु संक्रमित
- फ़िरोजाबाद: अब तक 730 पशु संक्रमित जिनमें से 13 की मौत
- मैनपुरी: अब तक 1 पशु संक्रमित
- मथुरा: अब तक 1970 पशु संक्रमित जिनमें से 29 की मौत
2- अलीगढ मंडल:
- अलीगढ: अब तक 7706 पशु संक्रमित जिनमें से 71 की मौत
- एटा: अब तक 67 पशु संक्रमित
- हाथरस: अब तक 359 पशु संक्रमित
- कासगंज: अब तक 62 पशु संक्रमित
3- मेरठ मंडल:
- मेरठ: अब तक 2615 पशु संक्रमित जिनमें से 8 की मौत
- बागपत: अब तक 559 पशु संक्रमित जिनमें से 11 की मौत
- बुलंदशहर: अब तक 1724 पशु संक्रमित जिनमें से 6 की मौत
- गौतमबुद्धनगर: अब तक 414 पशु संक्रमित जिनमें से 4 की मौत
- गाजियाबाद: अब तक 51 पशु संक्रमित जिनमें से 1 की मौत
- हापुड़: अब तक 686 पशु संक्रमित जिनमें से 13 की मौत
4- सहारनपुर मंडल:
- सहारनपुर: अब तक 8924 पशु संक्रमित जिनमें से 54 की मौत
- मुजफ्फरनगर: अब तक 7918 पशु संक्रमित जिनमें से 123 की मौत
- शामली: अब तक 1071 पशु संक्रमित जिनमें से 5 की मौत
5- मुरादाबाद मंडल:
- मुरादाबाद: अब तक 613 पशु संक्रमित जिनमें से 5 की मौत
- अमरोहा: अब तक 428 पशु संक्रमित जिनमें से 4 की मौत
- बिजनौर: अब तक 5304 पशु संक्रमित जिनमें से 26 की मौत
- रामपुर: अब तक 67 पशु संक्रमित जिनमें से 1 की मौत
- संभल: अब तक 568 पशु संक्रमित जिनमें से 4 की मौत
6- बरेली मंडल:
- बरेली: अब तक 69 पशु संक्रमित
- बदायूं: अब तक 130 पशु संक्रमित
- शाहजहांपुर: अबतक 5 पशु संक्रमित
7- कानपुर मंडल:
- इटावा: अब तक 24 पशु संक्रमित
- कानपुर देहात: अब तक 11 पशु संक्रमित
8- झांसी मंडल:
- जालौन: अब तक 65 पशु संक्रमित
9- चित्रकूट मंडल:
- महोबा: अब तक 8 पशु संक्रमित
10- वाराणसी मंडल:
- वाराणसी: अब तक 104 पशु संक्रमित