लखनऊ, अनुभव शुक्ला। प्रदेश की योगी सरकार 19 मार्च को अपने तीन साल पूरे करने जा रही है। योगी सरकार के तीन साल का कार्यकाल कैसा रहा? अभी क्या कुछ करना बाकी है? सरकार के सामने क्या कुछ चुनौतियां है? इन सारे सवालों का जवाब हमने 'प्रवाह' कार्यक्रम के जरिए राज्य सरकार के मंत्रियों से जानने की कोशिश की।


प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इस खास कार्यक्रम का मंच सजा था। कार्यक्रम में सरकार के कई मंत्री शामिल हुए और सभी ने तीन साल के अपने विभाग के काम का लेखा-जोखा रखा। इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि उनकी सरकार लगातार स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने में जुटी है, लेकिन यूपी जैसे बड़े राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को एक दिन में पूरी तरह से ठीक नही किया जा सकता। साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना से निपटने के लिए सरकार ने सारे बंदोबस्त किए हैं। प्रदेश के हर जिले में अस्पतालों को कोरोना से निपटने के लिए तैयार किया गया है। नेपाल सीमा से सटे जिलों में हर आने जाने वाले की जांच की जा रही है।


उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री डॉक्टर सतीश द्विवेदी ने कहा उत्तर प्रदेश में बेसिक शिक्षा में जितना काम इस सरकार में हुआ है उतना काम इससे पहले कभी नही हुआ। उन्होंने कहा कि सरकार लगातार इस प्रयास में जुटी है कि कैसे प्रदेश में शिक्षा के स्तर को बेहतर किया जाए। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में हर बच्चे को सरकार ड्रेस और जूते मोजे भी मुहैया करा रही है।


वहीं, उत्तर प्रदेश के उर्जा मंत्री और सरकार के प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछली सरकारों ने जानबूझकर ऐसे पीपीए किये थे जो काफी मंहगे थे और इसका फायदा जनता को मिलने की बजाए कुछ खास लोगों को ही मिल रहा था।



उन्होंने कहा कि सरकार पूरी पारदर्शिता के साथ काम कर रही है। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि सरकार की कोशिश है कि प्रदेश में सभी को सस्ती और सुलभ बिजली मुहैया कराई जा सके। उन्होंने कहा कि जल्द ही प्रदेश में 24 घंटे बिजली उपलब्ध हो सके इस पर सरकार तेजी से काम कर रही है।