Gorakhpur Mockdrill: मानसून की शुरुआत हो चुकी है और कई इलाकों में भारी बारिश देखने को मिल रही है. वहीं इस बीच तमाम प्रशासनिक विभाग आपदा प्रबंधन के लिए भी तैयारी कर चुके हैं और रेस्क्यू और राहत ऑपरेशन के लिए अभ्यास भी कर रहे हैं. ऐसा ही कुछ देखने को मिला उत्तर प्रदेश के गोरखपुर (Gorakhpur) में. यहां पर आपदा प्रबंधन से जुड़े तमाम विभागों के अफसरों और जवानों ने बाढ़ग्रस्त इलाकों से लोगों को रेस्क्यू करने के अभियान की प्रैक्टिस की. गोरखपुर की रामगढ़ झील में एयरफोर्स (Air Force), एनडीआरएफ (NDRF) और पुलिस के जवानों ने मिलकर एयरलिफ्ट करने की मॉकड्रिल की. इस दौरान ये नजारा देख रहे लोग दंग रह गए. साथ ही मॉकड्रिल के दौरान इन बलों का जोश और तैयारी दोनों देखने को मिली.
गोरखपुर में की गई मॉकड्रिल
मॉकड्रिल के दौरान बाढ़ग्रस्त इलाकों में फंसे लोगों को हेलिकॉप्टर की मदद से एयरलिफ्ट करने का अभियान चलाया गया. साथ ही हेलिकॉप्टर से बाढ़ग्रस्त इलाकों में राशन, दवा और बाकी जरुरत की सामग्री पहुंचाने की भी प्रैक्टिस की गई. इस दौरान रामगढ़ झील को एक बाढ़ग्रस्त इलाके के तौर पर चिन्हित किया गया और यहां फंसे लोगों को निकालने की मॉकड्रिल की गई. इस दौरान एयरफोर्स का हेलिकॉप्टर पहुंचा और जवानों ने झील के अंदर फंसे लोगों को रेस्क्यू किया और फिर फर्स्ट एड देने को बाद राहत शिविर तक पहुंचाया.
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एयरफोर्स के जवानों ने हेलीकॉप्टर से बांटा राशन
साथ ही रामगढ़ ताल जेट्टी पर भी राहत बचान टीम ने पीड़ितों को बचाने की मॉकड्रिल की गई. दरअसल गोरखपुर के एडीएम फाइनेंस राजेश कुमार सिंह को जिले का आपदा प्रबंधन प्रभारी बनाया गया है. इस दौरान आपदा प्रबंधन से जुड़ी जिम्मेदारी इसी अधिकारी के कंधों पर होती है. साथ ही मौके पर जिला आपदा विशेषज्ञ गौतम गुप्ता भी मौजूद रहे और टीम का निर्देशन किया. मॉकड्रिल के दौरान एयरफोर्स के जवानों ने हेलीकॉप्टर के जरिए चंपा देवी पार्क और महंत दिग्विजय नाथ पार्क के बाढ़ ग्रस्त एरिया में फंसे लोगों को राहत सामग्री के पैकेट गिराए. गोरखपुर जिले में 400 गांव बाढ़ से प्रभावित होते हैं. इसके अलावा 7 नदियां गोरखपुर और आसपास के बार्डर क्षेत्र से होकर गुजरती हैं. साफ है कि मॉनसून सीजन के दौरान तैयारी बहुत जरूरी है.