UP News: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद (Ghaziabad) में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना (Samuhik Vivah Yojana) में बड़ा फर्जीवाड़ा निकलकर सामने आया है. पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस दो महिला आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. दरअसल, यूपी में गरीब कन्याओं की शादी का बीड़ा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कन्या विवाह योजना के तहत उठाया था. इसमें बड़ी संख्या में प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में सामूहिक कन्या विवाह समारोह का आयोजन भी किया गया. विवाह के बाद नवदंपत्ति को मिलने वाली सरकारी सुविधा और धन को अधिकारी और दलाल खा गए. इसका खुलासा पंडित गजेंद्र पाल शर्मा (Gajendra Pal Sharma) की शिकायत के बाद हुआ है.


इस मामले में गाजियाबाद के श्रम प्रवर्तन अधिकारी ने सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत पहले से शादीशुदा लोगों का फर्जी तरीके से पंजीकरण कराकर मिलने वाले अनुदान 75-75 हजार रुपये अनुचित रूप से प्राप्त करने पर 20 मई को सिहानीगेट थाने में छह मामले दर्ज कराए थे. पुलिस ने मंगलवार को अनुज और राजेंद्र को गिरफ्तार किया है. इस मामले में पुलिस ने 20 सितंबर को भी दो अभियुक्ताओं को गिरफ्तार कर जेल भेजा था.


गाजियाबाद में हुईं 3,500 शादियां


शिकायतकर्ता गजेंद्र पाल शर्मा ने आरोप लगाते हुए बताया कि योजना के अंतर्गत गाजियाबाद में 3,500 शादियां हुई थीं. इसमें सबसे बड़ी धांधली गाजियाबाद में हुई है. अगर 3,500 शादियों की जांच हो जाए तो उसमें केवल 40 से 50 शादी ही मान्य मिलेगी. इसकी शिकायत उन्होंने गाजियाबाद के जिलाधिकारी से की. लेकिन, गाजियाबाद के जिलाधिकारी ने साक्ष्य लाकर देने की बात कही.


171 शादियां पाई गईं फर्जी


फिर, इसकी शिकायत लखनऊ में की गई. इसके बाद गाजियाबाद जिलाधिकारी को एक पत्र आया तो उन्होंने संज्ञान लिया. शिकायतकर्ता ने बताया कि उन्होंने 175 लोगों के साक्ष्य दिए हैं, जिसमें से 171 शादियां फर्जी पाई गई हैं. हापुड़ के चार ब्लॉक में 835 शादियां हुई थीं, जबकि गाजियाबाद में 3,500 शादियां हुई थीं. जब उन्होंने खुद घर-घर जाकर लाभार्थियों से बात की तो बताया गया कि उनके यहां दो बेटियां हैं, जिनका विवाह नहीं हुआ है. जबकि, कागजों में दोनों बेटियों की शादी हो गई है.


'200 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ'


शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि कन्या विवाह योजना में 200 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है. शिकायतकर्ता ने बताया कि उन्होंने जब खुद जांच की तो कई जगह ऐसे मामले भी सामने आए, जहां घर की बहू को पुत्री बनाकर शादी के मंडप में बिठाया गया. इसके अलावा बहुत से लोग तो ऐसे भी थे जो सामूहिक विवाह स्थल पर पहुंचे भी नहीं और उनकी शादी कागजों में हो गई है.


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