Varanasi Serial Blast Case: उत्तर प्रदेश के वाराणसी (Varanasi) में 16 साल पहले हुए सीरियल ब्लास्ट केस में आरोपी वलीउल्लाह उर्फ टुंडा को गाजियाबाद की जिला अदालत ने दोषी ठहराया था और आज इस मामले में कोर्ट सज़ा सुनाएगी. गौरतलब है कि 16 साल पहले एक के बाद एक हुए तीन धमाकों से शांत रहने वाला वाराणसी शहर दहल गया था. इन धमाकों ने धर्म नगरी काशी को ही नहीं हिला दिया था बल्कि इसकी गूंज पूरे देश में सुनी गई थी. जिसके बाद वलीउल्लाह की गिरफ्तारी हुई और अब उसे दोषी करार दे दिया गया. हालांकि कोर्ट ने वलीउल्लाह को एक मामले में बरी कर दिया थी लेकिन जो गुनाह इसके सिर है वो काफी जख्म देने वाला है.
वाराणसी में कब हुए थे सीरियल बम धमाके?
वाराणसी में 7 मार्च 2006 को सीरियल बम धमाके हुए थे. ये धमाके संकट मोचन मंदिर और छावनी रेलवे स्टेशन पर हुए. इन धमाकों में 16 लोगों की मौत हुई थी और 76 लोग घायल हो गए थे. जिसके बाद यूपी पुलिस ने 5 अप्रैल 2006 को प्रयागराज के फूलपुर गांव के रहने वाले वलीउल्लाह को गिरफ्तार किया था. पुख्ता सबूतों के साथ पुलिस ने दावा किया था कि संकट मोचन मंदिर और कैंट रेलवे स्टेशन वाराणसी पर धमाके की साजिश रचने में वलीउल्लाह का ही हाथ था.
इलाहाबाद HC के आदेश पर गाजियबाद कोर्ट में ट्रांसफर किया गया था केस
वाराणसी में हुए धमाके के बाद वलीउल्लाह की तरफ से कोई भी वकील केस लड़ने को तैयार नहीं हुआ। इसके बाद मामले को इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश पर गाजियबाद कोर्ट में ट्रांसफर कर दिया गया था. पुलिस की जांच में पता चला था कि इन तीनों धमाकों में पांच आतंकियों का हाथ है. इनमें से एक आतंकी मौलाना जुबेर को सुरक्षाबल ने सीमा पर मार गिराया था.
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