Uttar Pradesh News: नेपाल से चलकर बिहार (Bihar) होते हुए गोरखपुर (Gorakhpur) से बस्ती (Basti) जिले में भगवान श्री राम की प्रतिमा के निर्माण में इस्तेमाल की जाने वाली शालिग्राम शिला पहुंची. शिला को देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग उमड़े. यहां लोगों ने जय श्रीराम के नारे लगाए. आपको बता दें कि अयोध्या में बन रहे भगवान राम के मंदिर में शालिग्राम पत्थरों से तैयार की जाने वाली उनकी प्रतिमा के लिए नेपाल से शालिग्राम पत्थरों की दो बड़ी शिलाएं आईं हैं. वहीं बस्ती जनपद में पहुंचने पर इन शिलाओं का भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ आम जनमानस ने पूजन अर्चन करते हुए जोरदार स्वागत किया. इस दौरान जिले की सीमा में प्रवेश करते ही शिलाओं को लेकर उत्साहित श्रद्धालुओं ने जगह-जगह उसका स्वागत किया. बुधवार करीब 1 बजे जिले में शिलाएं लाईं गईं. इसको लेकर लोगों में सुबह से ही उत्सुकता बनी हुई थी.
नेपाल के रास्ते होते हुए बिहार फिर कुशीनगर और फिर गोरखपुर इसके बाद 1 बजे के करीब बस्ती में शिलाओं का प्रवेश हुआ. यहां से इन्हें भारी सुरक्षा व्यवस्था और लोगों की श्रद्धा के साथ आगे बढ़ाते हुए भगवान राम के बन रहे भव्य मंदिर अयोध्या भेजा गया. जिले के पटेल चौराहे से लेकर बस्ती अयोध्या की सीमा तक हजारों की संख्या में लोगों ने शिलाओं का स्वागत किया. जिस ट्रक में भगवान विष्णु के प्रतिरूप पवित्र शिला शालिग्राम को ले जाया जा रहा उस पर एबीपी न्यूज गंगा की टीम भी सवार हुई. साथ ही अयोध्या की सीमा तक इस भव्य और दिव्य शोभा यात्रा के साथ चलकर अनुभव किया कि कैसे भगवान राम के अयोध्या में बन रहे मंदिर को लेकर लोगों में उत्साह देखने को मिल रहा है.
नेपाल के नारायणी नदी से लिया गया शिला
अयोध्या में कारसेवक पुरम में इन शिलाओं से भगवान राम और माता सीता का बाल्य रूप प्रतिमा का निर्माण किया जाएगा. उससे पहले ही लोगों का जन सैलाब इस पवित्र शिला को एक बार स्पर्श करने और दर्शन करने के लिए उमड़ पड़ा. एबीपी न्यूज गंगा से बात करते हुए माता सीता के मायके नेपाल के जनकपुरी से शालिग्राम शिला के साथ आए पुजारी ज्ञानेंद्र ने बताया कि पूरा माहौल राममय हो गया है. भगवान राम की प्रतिमा बनाने के लिए नेपाल के नारायणी नदी से शालिग्राम शिलाओं को चुना जाना बेहद ही खूबसूरत निर्णय है और इससे भारत वा नेपाल के बीच रिश्ते भी मधुर होंगे.