Uttar Pradesh News: तमिलनाडु से चलकर श्री हनुमान छतरी यात्रा राम नगरी अयोध्या पहुंची. यह यात्रा अखिल भारत हिन्दू महासभा के तमिलनाडु के प्रदेश अध्यक्ष रमेश बाबू के नेतृत्व में चेन्नई से चलकर अयोध्या के हनुमानगढ़ी पर संपन्न हुई. इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष रमेश बाबू और अन्य पदाधिकारियों के नेतृत्व में अयोध्या के बिड़ला धर्मशाला से हनुमानगढ़ी तक भव्य छतरी यात्रा निकाली गई.
हनुमानगढ़ी के गद्दीनशीन महंत प्रेमदास महाराज के माध्यम से छतरी भगवान हनुमान को समर्पित की गई. वहीं छतरी यात्रा निकालने से पूर्व अयोध्या आगमन पर हिन्दू महासभा जिला अयोध्या के पदाधिकारियों ने तमिलनाडु प्रदेश अध्यक्ष रमेश बाबू और उनके 50 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल का फूल मालाओं से भव्य अभिनंदन किया. सभी पदाधिकारियों ने श्रीराम जन्मभूमि पर भगवान राम लला के दर्शन किए और भगवान हनुमान को छतरी समर्पित करने के बाद अयोध्या से वाराणसी के लिए रवाना होंगे.
यात्रा में ये लोग रहे शामिल
बता दें कि इस वर्ष स्वामी त्रिदंडी महाराज आत्माराम तिवारी और रविन्द्र कुमार द्विवेदी जैसे हिन्दू महासभा के दिग्गज नेताओं की अनुपस्थिति में निकाली गई हनुमान छतरी यात्रा के दौरान कार्यकर्ताओं और साधु संतों ने हनुमानगढ़ी के राष्ट्र रक्षा,धर्म रक्षा और गौरक्षा का संकल्प लिया. इस यात्रा के मौके पर हिन्दू महासभा उत्तर प्रदेश के मंत्री अधिवक्ता राकेश दत्त मिश्र, हिन्दू महासभा उत्तर प्रदेश अध्यक्ष ऋषि त्रिवेदी, प्रदेश प्रभारी अरविंद पाण्डेय, प्रदेश महामंत्री सिद्धार्थ दुबे, प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश सिंह, प्रदेश मंत्री विपिन सिंह, राघवेंद्र सिंह आदि कार्यकर्ता शामिल हुए. अखिल भारत हिन्दू महासभा के तमिलनाडु के प्रदेश अध्यक्ष रमेश बाबू ने कहा कि हनुमान जयंती के दौरान छतरी लेकर सुबह पहुंचे हैं और इसे हनुमानगढ़ी में समर्पित किया गया.
चांदी का छत्र रामलला को चढ़ाने का संकल्प
आगे उन्होंने कहा कि इसके साथ ही हमारी एक मनोकामना है कि 108 किलो का चांदी का छत्र बनाकर के कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक रथ यात्रा करके उसे अयोध्या में रामलला को समर्पण करें. वहीं हिन्दू महासभा उत्तर प्रदेश अध्यक्ष ऋषि त्रिवेदी ने कहा कि इस वर्ष भी तमिलनाडु ने हनुमानगढ़ी के लिए छतरी आई है. लगभग 8-10 सालों से हर साल छतरी यात्रा तमिलनाडु चेन्नई से आती है. इसी क्रम में इस बार अखिल भारतीय के तमिलनाडु प्रदेश अध्यक्ष रमेश बाबू द्वारा यह छतरी यात्रा आई है और यह हनुमानजी को समर्पित की गई.
इस यात्रा में लगभग 51 लोग हैं, जो तमिलनाडु से चलकर यह छतरी समर्पित करने के लिए आए हुए हैं. इसके बाद यात्रा के सभी लोग काशी विश्वनाथ जाएंगे. वहां पर दर्शन पूजन करेंगे और उन्होंने नया संकल्प लिया है कि 108 किलो का चांदी का छत्र बनाकर के रामलला को समर्पित किया जाएगा.