UP Politics: निषाद पार्टी के प्रशिक्षण शिविर का हुआ समापन, संजय निषाद बोले- अपने सिंबल पर लड़ेंगे चुनाव
Lok Sabha Election 2024: निषाद पार्टी के तीन दिवसीय प्रशिक्षण का समापन हो गया है. इस अवसर पर संजय निषाद ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव खुद के सिंबल पर लड़ेगी.
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NISHAD Party: निषाद पार्टी के नव नियुक्त पदाधिकारियों के तीन दिवसीय शिक्षण एवं प्रशिक्षण शिविर का बुधवार (4 अक्टूबर) को समापन हो गया. इस अवसर पर पार्टी चीफ और योगी सरकार के मंत्री संजय निषाद ने बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि आज प्रदेश कमेटी और जिला कमेटियों द्वारा तय किया गया है कि निषाद पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव अपने सिंबल पर लड़ेगी और जीत दर्ज कर दिल्ली संसद में पहुंचेगी.
बड़े भाई की भूमिका में रही बीजेपी
उन्होंने बताया कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) बड़े भाई की भूमिका में हमेशा से रही है और विधानसभा चुनाव की तर्ज पर लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी सम्मानजनक सीट देगी. संजय निषाद ने कार्यकर्ताओं को आश्वस्त किया कि निषाद पार्टी के कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी बीजेपी के साथ लोकसभा चुनाव में एनडीए को जिताने के लिए दमखम के साथ मेहनत करेंगे.
जातीय जनगणना पर क्या बोले निषाद
संजय निषाद ने कहा कि निषाद पार्टी शुरू से ही जातीय जनगणना के पक्ष में रही है लेकिन मछुआ समाज के साथ हुई जातीय विसंगति दूर करके ही जातीय जनगणना करवाई जाए. निषाद ने उत्तर प्रदेश सरकार से भी अनुरोध किया है कि उत्तर प्रदेश में भी जातीय जनगणना होनी चाहिए जिससे सभी जातियों को स्पष्ट हो जाए कि उनकी कितनी आबादी है. उन्होंने कहा कि सेंसस मैनुअल 1961 के आधार पर उत्तर प्रदेश राज्य में जातीय जनगणना होनी चाहिए जिसके अंतर्गत मछुआ समाज की सभी उपजातियां को अनुसूचित में गणना की जानी चाहिए.
सपा-बसपा पर लगाए गंभीर आरोप
संजय निषाद ने कहा कि पूर्व की सपा बसपा की सरकारों ने समाज के साथ विश्वासघात किया है. सेंसस मैनुअल 1961 के अनुसार मछुआ समाज अनुसूचित जाति में अंकित है, लेकिन पूर्व की सरकारों ने आरक्षण के नाम पर मझवार की सभी उपजातियों को पिछड़े और अनुसूचित में उलझाने का काम किया था. जातीय जनगणना से पहले जातियों में विसंगति दूर की जाए उसके बाद जातीय जनगणना करवाई जाए.
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