प्रयागराज, मोहम्मद मोइन। देश का सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश है और उत्तर प्रदेश में सबसे ज़्यादा आबादी वाला जिला प्रयागराज। हालांकि संगम का शहर अब कोरोना से आज़ाद हो चुका है। पूरे देश में इस महामारी को लेकर भले ही कोहराम मचा हो। तमाम जगहों से रोज़ाना नये -नये मामले सामने आ रहे हों, लेकिन संगम नगरी प्रयागराज का इकलौता मरीज भी अब पूरी तरह ठीक हो चुका है। पंद्रह दिनों के इलाज के बाद उसकी दो रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी हैं। एक दिन बाद एक और रिपोर्ट आने पर उसे अस्पताल से छुट्टी भी मिल जाएगी। वैसे पैंसठ लाख की आबादी वाले प्रयागराज में कोरोना का सिर्फ एक ही मामला सामने आया था। वह भी इंडोनेशिया से आए विदेशी जमाती का। यह जमाती भी अब कोरोना के खिलाफ जंग में जीत चुका है।


प्रयागराज के लोगों ने यह मुकाम अपनी संयमित जीवन शैली, लॉक डाउन पर सख्ती से अमल कर और साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर हासिल की है। वैसे भी यह बुद्धिजीवियों व पढ़े लिखे लोगों का शहर कहा जाता है, लिहाज़ा यहां के लोगों को लॉक डाउन और सोशल डिस्टेंसिंग की अहमियत का बखूबी अंदाज़ा भी है। प्रयागराज में अब तक 280 लोगों की जांच रिपोर्ट आ चुकी है। इनमे इंडोनेशियाई जमाती को छोड़कर सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई है।



तकरीबन पचास जांचों की रिपोर्ट आनी अभी बाकी है। प्रयागराज के लोगों ने जिस संयम के साथ कोरोना को फिलहाल हराकर रखा है, उसकी तारीफ़ हर जगह हो रही है। दूसरे राज्य व जिले प्रयागराज के इस मॉडल को अपनाना चाहते हैं। हालांकि यहां के लोगों को यह समझना होगा कि यह उपलब्धि फौरी है और संक्रमण का खतरा बरकरार है, लिहाजा नियम और संयम का पालन आगे भी जारी रखने की दरकार है।