Rae Bareli News: भले ही उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) सरकार अस्पतालों में बेहतर इलाज के दावे कर रही हो लेकिन आज भी सरकारी अस्पतालों का हाल बदहाल है और मरीजों को लगातार असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है. ऐसा ही एक मामला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लालगंज (Lalganj) में देखने को मिला जहां बिजली ना होने की वजह से टॉर्च की रोशनी में मरीजों का इलाज किया जा रहा है. फिलहाल मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने मामले की जांच करा कर कार्रवाई करने की बात कहते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया.


टॉर्च की रोशनी में किया जा रहा इलाज


सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लालगंज में बिजली चले जाने के बाद मरीजों को असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है.बिजली जाने के बाद जनरेटर जैसे संसाधन का इस्तेमाल ना करके टॉर्च की रोशनी में डॉक्टर द्वारा इलाज किया जा रहा है.जबकि सभी सरकारी अस्पतालों में बिजली जाने के बाद रोशनी के लिए संसाधन की व्यवस्था है. बावजूद इसके भ्रष्टाचार में डूबे स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा उसका उपयोग ना करके बल्कि मोबाइल और टॉर्च की रोशनी में इलाज कराया जा रहा है.जिससे कहीं ना कहीं मरीजों को असुविधाओं का सामना भी करना पड़ रहा है. ये केवल लालगंज या महिला जिला अस्पताल का ही मामला नहीं है बल्कि जनपद के सभी सरकारी अस्पतालों का यही हाल है. जबकि इस बाबत जब मुख्य चिकित्सा अधिकारी से बात की जाती है तो जांच कराकर कार्रवाई की बात कहकर साहब पल्ला झाड़ लेते हैं फिर भी समस्याएं जस की तस बनी रहती है.


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अधिकारी ने कही जांच की बात


वहीं मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वीरेंद्र सिंह का कहना है कि हमको जानकारी मिली है, मैं इसकी जांच करवा रहा हूं कि क्यों ऐसी स्थिति पैदा हुई. थोड़ी समस्या तो है ही लेकिन फिर भी ऐसा भी नहीं है कि अंधेरे में ऐसा काम करो. 0इसकी जांच करवाई जाएगी.


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