Uttar Pradesh News: यूपी में जल्द ही स्थाई डीजीपी (Uttar Pradesh DGP) की नियुक्ति हो जाएगी. प्रदेश में यह पद साढ़े तीन महीने से खाली पड़ा है. स्थायी डीजीपी के लिए अगले हफ्ते केंद्र सरकार (Central Government) को प्रस्ताव भेजा जाएगा. बता दें कि वर्तमान में डीएस (देवेंद्र सिंह चौहान) चौहान प्रदेश के कार्यवाहक डीजीपी का कार्यभार संभाल रहे हैं. वे साढ़े तीन महीने से कार्यवाहक डीजीपी के तौर पर काम कर रहे हैं. चर्चा है कि 88 बैच के आईपीएस अधिकारी डीएस चौहान को ही स्थाई डीजीपी बनाया जाएगा. अगर डीएस चौहान स्थाई डीजीपी बनाए जाते हैं तो रिटायर होने पर चौहान का कार्यकाल बढ़ाया जाएगा.


सीनियर अधिकारियों का ब्यौरा तैयार 
बता दें कि यूपी का स्थाई डीजीपी बनने की कवायद डीजीपी मुख्यालय स्तर पर शुरु हो गई है. अगले हफ्ते भेजे जाने वाले प्रस्ताव में केंद्र सरकार से डीजीपी के लिए पैनल की मांग की जाएगी. नए डीजीपी के लिए कई अधिकारियों के नामों पर चर्चा हो रही है. डीजीपी हेडक्वार्टर ने कई सीनियर अधिकारियों का ब्यौरा तैयार कर लिया है. सीनियर अधिकारियों में आरपी सिंह और जीएल मीना और भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष राज कुमार विश्वकर्मा का नाम रेस में है. अब देखना है कि प्रदेश का नया डीजीपी कौन बनता है. बता दें कि डीजीपी मुकुल गोयल को 11 मई को पद से हटा दिया गया था.


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कैसा डीजीपी चाहते हैं सीएम योगी
इस पद के लिए 30 साल की सेवा पूरी कर चुके यूपी कैडर के आईपीएस अफसरों का नाम यूपीएससी को भेजा जाना था. यूपीएससी (UPSC) को जिन आईपीएस अफसरों के नाम भेजे जाने थे, उनका कार्यकाल कम से कम 6 महीने तक का होना चाहिए. इसके अलावा चुने गए अफसरों पर किसी तरह की जांच नहीं होनी चाहिए. बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ डीजीपी की कुर्सी पर एक खास खूबियों वाले अधिकारी को ही बैठाना चाहते हैं. वे ऐसा अधिकारी चाहते हैं जो पुलिस महकमे की छवि को साफ सुथरा बनाए. 


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