Protest for Mala Station: पीलीभीत में सैकड़ों वर्ष पुराने माला रेलवे स्टेशन को हाल्ट न बनाए जाने को लेकर ग्रामीणों की मांग अब राजनीतिक रुप ले रही है. धरना कर रहे ग्रामीणों को अब सपा पूर्व राज्यमंत्री हेमराज वर्मा भी और उनके समर्थकों का साथ मिल गया है. पूर्व मंत्री धरना प्रदर्शन कर माला को स्टेशन बनाए जाने की मांग कर रहे हैं. स्टेशन न बनाए जाने पर पूर्व मंत्री ने सरकार पर निशाना साधा है. वहीं पिछले दिनों ग्रामीणों की मांग को लेकर बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने भी रेल मंत्री को पत्र लिख कर स्टेशन बनाने की मांग की थी.
सांसद वरुण गांधी ने लिखा पत्र
दरअसल पीलीभीत जिले में बड़ी रेल लाइन का निर्माण कार्य चल रहा है. जिसको लेकर पीलीभीत पूरनपुर रेलवे लाइन के बीच स्थित सैकडों वर्ष पुराने माला स्टेशन को रेलवे विभाग द्वारा हॉल्ट बनाए जा रहा है. इससे नाखुश स्थानीय ग्रामीणों ने माला रेलवे स्टेशन पर हो रहे कार्य का विरोध किया है. उन्होंने माला स्टेशन को पहले की तरह माला स्टेशन बनाने की मांग की है. वहीं ग्रामीणों की मांग पर सांसद वरुण गांधी ने रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव को पत्र भेज कर ग्रामीणों के हित की बात रखी है. यही नहीं रेलवे स्टेशन की मांग का समर्थन करने पहुंचे सपा के पूर्व राज्यमंत्री हेमराज वर्मा ने भी एक दिवसीय सांकेतिक धरना में हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने कहा, "केंद्र सरकार व राज्य सरकार पीलीभीत टाइगर रिजर्व के सबसे प्रसिद्ध स्टेशन माला को समाप्त कर रहे हैं. सरकार हॉल्ट बना रही इसको लेकर हम सभी ग्रामीणों के साथ आपकी आवाज को बुलंद बनाने का काम करेंगे."
खत्म होगा रोजगार और आर्थिक लाभ
पूर्व राज्यमंन्त्री हेमराज वर्मा ने कहा, "प्रदेश के 20 प्रतिशत जंगला का भाग रखता है. यहां आने वाले पर्यटक आर्थिक रूप से ग्रामीणों के लिए रोजगार का बडा अवसर बनाते हैं. इसे माला हाल्ट बनने से ग्रामीणों को आर्थिक नुकसान भी झेलेना पड़ेगा. हम सरकार व रेलवे प्रशासन के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर आंदोलन करेंगे." वहीं स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि करीब सैकडों वर्ष पुराने माला स्टेशन को हाल्ट बनाने पर ग्रामीणों को मिलने वाला रोजगार और आर्थिक लाभ खत्म होगा. इसके अलावा आवागमन में युवाओं छात्रों सहित तमाम लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ेगा. इसलिए माला को हाल्ट की जगह स्टेशन बनाए जाने की मांग पर ध्यान देना होगा.
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