प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) 16 जुलाई को चित्रकूट (Chitrakoot) से इटावा (Etawah) तक बने बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे (Bundelkhand Expressway) का लोकार्पण करेंगे. प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर तैयारियां की जा रही हैं. कैथेरी में जनसभा के लिए मंच तैयार कर लिया गया है, साथ ही जनता के लिए पंडाल लगाए जा रहे हैं, जिससे उन्हें बैठने में किसी प्रकार की असुविधा न हो. बता दें कि 296 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस-वे को बनाने में 28 माह का समय लगा है, जिसकी लागत लगभग 15,000 रुपये करोड़ है.
क्या फायदा होगा इस एक्सप्रेस-वे से
इस एक्सप्रेस-वे के शुभारंभ हो जाने से यहां की अर्थव्यवस्था में सुधार होगा, यहां के किसान सीधा दिल्ली की मंडी से जुड़ जाएंगे, साथ ही औद्योगिक क्षेत्र को भी नया आयाम मिलेगा. वहीं इस एक्सप्रेस-वे के कारण लोग पलायन करना भी बंद कर देंगे, क्योंकि बुंदेलखंड को पिछड़ा इलाका माना जाता था और रोजगार उपलब्ध ना होने के कारण यहां के लोग पलायन करते थे. इस एक्सप्रेस-वे से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा. सरकार द्वारा खजुराहो, महोबा, जालौन, चित्रकूट आदि क्षेत्र में पर्यटन के संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं, साथ ही डिफेंस कॉरिडोर के माध्यम से यहां के लोगों को रोजगार भी उपलब्ध कराया जाएगा.
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कला-संस्कृति दिखाने को आर्ट गैलरी
बता दे कि बुंदेलखंड का इलाका बीहड़ का क्षेत्र माना जाता था. यहां पर डकैतों का साम्राज्य स्थापित था जिसकी वजह से लोगों को यहां आने में डर लगता था. एक्सप्रेस वे के शुभारंभ हो जाने से विकास के नए आयाम स्थापित होंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस दिन बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का शुभारंभ करेंगे उस दिन सेंड कलाकारों द्वारा बुंदेलखंड की कला और संस्कृति को दिखाने के लिए बुंदेलखंड की धरोहर को भी दर्शाया गया है, जिसके लिए एक आर्ट गैलरी भी बनाई गई है.