Action against Gangster: योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने 2017 में पहली बार सीएम बनने के बाद से प्रदेश की बीजेपी (BJP) सरकार ने लगातार माफिया और बाहुबलियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. इन छह वर्षों में प्रदेश में 62 चिह्नित माफिया और उनके गैंग के सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. आंकड़े बताते हैं कि अब तक गैंग के 466 लोगों के खिलाफ केस भी दर्ज किया गया है. 


यूपी में गैंगस्टर एक्ट के तहत माफियाओं और गुंडों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है. इसमें संपत्तियों को जब्त करना, उन्हें अवैध कब्जे से छुड़ाना और बुलडोजर से ढहाना शामिल है. गैंगस्टर एक्ट के तहत 406 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. वहीं इसी एक्ट के तहत अब तक 1577 करोड़, 75 लाख, 33 हजार 552 रुपए की संपत्ति जब्त की जा चुकी है जबकि 1098 करोड़, 62 लाख, 60 हजार, 262 रुपए की संपत्ति अवैध कब्जे से या तो मुक्त कराई गई या फिर ध्वस्त कराई गई है. 


इन बाहुबलियों के खिलाफ भी हो चुकी है कार्रवाई
बीते छह वर्षों में माफिया मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद और विजय मिश्र के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है. प्रदेश के कई हिस्सों में उनकी अवैध संपत्तियों को कुर्क किया गया है. जेल में बंद इन तीनों बाहुबलियों के गैंग के सदस्यों और रिश्तेदारों पर भी शिकंजा कसा गया है. मउ, प्रयागराज, गाजीपुर, लखनऊ, भदोही, मध्य प्रदेश के रीवा में भी संपत्ति कुर्क की गई है. प्रशासन ने मुख्तार अंसारी के बेटों अब्बास अंसारी और उमर अंसारी की भी संपत्तियों को अपने कब्जे में लिया है जबकि गैंगरेप के आऱोप में जेल में बंद पूर्व विधायक विजय मिश्र के बहू और बेटों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए संपत्ति अटैच की गई है. अतीक अहमद की संपत्ति को कुर्क करने के साथ ही उसपर बुलडोजर भी चलाया गया है. 


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