UP Police Recruitment 2022: दरोगा भर्ती परीक्षा में किया फर्जीवाड़ा, जेल में बंद आरोपी हो गया पास, फूले अधिकारियों के हाथ-पांव
दरोगा बनने के लिए अर्जुन प्रसाद ने सॉल्वर गैंग से संपर्क किया. 7 लाख रुपए में सौदा तय हुआ. सॉल्वर शिशुपाल ने अर्जुन की जगह लिखित परीक्षा दी.
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उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड का एक अजब-गजब मामला सामने आया है. बोर्ड की तरफ से आयोजित दरोगा भर्ती परीक्षा (UP Police Recruitment 2022) में फर्जीवाड़ा करने के आरोपी जिस अर्जुन प्रसाद नाम के युवक को एसटीएफ ने गिरफ्तार करके जेल भेजा था, बोर्ड ने उसे अपने रिजल्ट में पास कर दिया. मजे की बात यह है कि भर्ती परीक्षा की पूरी प्रक्रिया के दौरान अर्जुन प्रसाद जेल में बंद था. वह न ही लिखित परीक्षा में शामिल हुआ, न शैक्षिक दस्तावेज के सत्यापन के लिए गया और न ही शारीरिक परीक्षा में मेहनत की. इसके बावजूद वह हर परीक्षा में पास होता रहा. बोर्ड की लापरवाही की यह कहानी सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो हड़कंप मच गया. आनन-फानन में अर्जुन का नाम पास अभ्यर्थियों की लिस्ट से हटाया गया.
सॉल्वर गैंग से किया संपर्क
अर्जुन प्रसाद बलिया का रहने वाला है. उसने अनुसूचित जाति कोटे से वर्ष 2021 में 9,534 दरोगा पदों की भर्ती के लिए आवेदन किया था. भर्ती की प्रक्रिया उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने कराई थी. दरोगा बनने के लिए अर्जुन प्रसाद ने सॉल्वर गैंग से संपर्क किया था. उसकी मुलाकात कानपुर के राहुल नाम के युवक से हुई जिसने अर्जुन को पास कराने की गारंटी ली. दोनों के बीच में 7 लाख रुपए में सौदा तय हुआ. राहुल ने बिहार के नालंदा निवासी सॉल्वर शिशुपाल को अर्जुन की जगह लिखित परीक्षा दिलाई. परीक्षा का सेंटर जानकीपुरम लखनऊ में था.
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अर्जुन की जगह गया शिशुपाल
16 नवंबर 2021 को शिशुपाल ने अर्जुन बनकर उसकी जगह परीक्षा दी और पास हो गया. अर्जुन को अभिलेखों के सत्यापन के लिए प्रयागराज बुलाया गया. वहां भी अर्जुन की जगह शिशुपाल गया. सॉल्वर गैंग ने ऐसे फर्जी दस्तावेज तैयार किए थे कि किसी को भी शक नहीं हुआ. 19 मई को दरोगा भर्ती की अंतिम परीक्षा यानी शारीरिक दक्षता परीक्षा होनी थी. अर्जुन को फिर बोर्ड की तरफ से 37वीं वाहिनी पीएसी कानपुर बुलावा भेजा गया. यहां भी अर्जुन की जगह शिशुपाल पहुंचा और उसने फिजिकल टेस्ट पास किया.
सॉल्वर गैंग का भंडाफोड़
इसी बीच दरोगा भर्ती परीक्षा में सॉल्वर गैंग के शामिल होने की सूचना पर एसटीएफ सक्रिय हो गई. 20 मई को एसटीएफ ने कानपुर के बाबूपुरवा थाना क्षेत्र से अर्जुन और शिशुपाल को गिरफ्तार करके दरोगा भर्ती परीक्षा में सॉल्वर गैंग की एंट्री का भंडाफोड़ किया. अर्जुन और शिशुपाल दोनों जेल में बंद थे तभी 12 जून को भर्ती बोर्ड ने पास हुए अभ्यर्थियों की सूची जारी करते हुए अर्जुन को ट्रेनिंग के लिए बुलावा भेजा.
बोर्ड के चेयरमैन ने क्या कहा
उधर, सूची में जेल में बंद अर्जुन का नाम देखकर लोगों के होश उड़ गए. सोशल मीडिया पर इसका मैसेज वायरल हुआ तो भर्ती बोर्ड के अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए. बोर्ड के चेयरमैन राजकुमार विश्वकर्मा का कहना है कि अभ्यर्थी की गिरफ्तारी की सूचना भर्ती बोर्ड को नहीं दी गई थी इसी वजह से उसका नाम अंतिम चयन सूची में आ गया था. मामले की जानकारी के बाद नाम हटा दिया गया है.
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