UP News: मुख्तार अंसारी परिवार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. मुख्तार अंसारी के बेटे और मऊ से विधायक अब्बास अंसारी पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. मामला विधानसभा चुनाव में अधिकारियों का हिसाब-किताब करने के ऐलान से जुड़ा है. सपा गठबंधन से सुभासपा के चुनाव निशान पर विधायक बने अब्बास अंसारी की तलाश में लखनऊ कमिश्नरेट की पुलिस ताबड़तोड़ दबिश दे रही है. डीसीपी नॉर्थ सैयद कासिम आब्दी की अगुवाई में पुलिस की टीमों ने आज लखनऊ के चार ठिकानों पर छापा मारा.


विधायक अब्बास अंसारी को तलाश कर रही पुलिस


तलाशी के लिए दिल्ली, मऊ और गाजीपुर में भी अलग टीमें भेजी गई हैं. हालांकि, अब्बास पुलिस के हाथ अभी तक नहीं लगे हैं. अब्बास वर्तमान में पिता मुख्तार अंसारी की मऊ सदर सीट से विधायक और नेशनल शूटर भी हैं. उसके पास कई देशी और विदेशी असलहे हैं. अब्बास पर गलत तरीके से डबल बैरल गन का लाइसेंस दिल्ली के पते पर ट्रांसफर कराने और उस लाइसेंस पर कई और असलहे खरीदने का आरोप है. मामले की जांच एसटीएफ ने की थी.


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27 जुलाई तक कोर्ट में हाजिर करने का है फरमान


आरोप सही पाए जाने के बाद एसटीएफ ने कार्रवाई की सिफारिश की. महानगर कोतवाली के तत्कालीन इंस्पेक्टर ने अक्टूबर 2019 में अब्बास पर धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया. एमपी-एमएलए कोर्ट ने बीते दिनों अब्बास अंसारी के खिलाफ एनबीडब्ल्यू जारी किया था. हालांकि, अब्बास कोर्ट में पेश नहीं हुए. एमपी-एमएलए कोर्ट ने महानगर पुलिस को आदेश देते हुए कहा कि अब्बास को 27 जुलाई तक पकड़कर कोर्ट में हाजिर किया जाए. फिलहाल पुलिस के साथ ही एसटीएफ भी आवास की तलाश कर रही है. पुलिस और एसटीएफ की कोशिश है कि 27 जुलाई के पहले-पहले अब्बास को पकड़कर कोर्ट में पेश कर दिया जाए. 


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