UP Crime News: प्रतापगढ़ (Pratapgarh) में पुलिस (Police) की मिलीभगत से दबंगों द्वारा सरेआम कानून को हाथ में लेकर कानून का मखौल उड़ाया जा रहा है. बेखौफ दबंग लगातार पुलिस को चुनौती दे रहे हैं. पुलिस का रवैया भी सवालों के घेरे में है. जहां तमाम जनपदों में अपराधी खौफ में हैं और पुलिस के सामने नतमस्तक होकर सरेंडर कर रहे हैं, वहीं प्रतापगढ़ इससे अलग नजर आ रही है.


क्या है मामला
मामला मान्धाता थाने से चंद कदम की दूरी का है. जहां भरे बाजार में दर्जन भर बेखौफ दबंग लाठी डंडों से लैस होकर एक महिला की गुमटी गिराने लगते हैं. महिला की रोजीरोटी का सहारा यह दुकान जिस पर दबंगों ने धावा बोला तो महिला से रहा नहीं गया. महिला गुमटी को गिरने से बचाने को दबंगों के बीच संघर्ष करने लगती है. इस कार्य में महिला की छोटी सी बेटी भी दुकान बचाने को पहुचती है. लेकिन दर्जन भर दबंगों के सामने मां बेटी टिक नहीं पाते दबंग उन्हें घसीट कर सड़क पर गिरा कर ऊपर चढ़ जाते हैं और पीटने लगते हैं. मां को बचाने की जद्दोजहद में मासूम को भी डंडों से जमकर पीटा जा रहा है.


बेबस नजर आई पुलिस
काफी देर तक चले तांडव में महिला अर्धनग्न हो जाती है. गुमटी भी तोड़कर गिरा दी जाती है. दबंग जी भर कर मनमानी करते हैं और आराम से चले जाते हैं. लेकिन घटना स्थल से चंद कदम की दूरी पर थाने में मौजूद पुलिस वाले किन्ही कारणों से हरकत में नहीं आते. सुबह आठ बजे हुई इस घटना की बाबत पुलिस अफसर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं होते. लगातार मीडिया का दबाव देखकर सीओ रानीगंज अतुल अंजान त्रिपाठी से सोशल मीडिया में बयान जारी करवा दिया जाता है. जिसमें आबादी की जमीन पर गुमटी रखने को विवाद की बात कर रहे हैं और कार्रवाई की बात कर रहे हैं. बयान से ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे कुछ हुआ ही नहीं.


क्या बोली पुलिस
अतुल अंजान त्रिपाठी सीओ रानीगंज का कहना है कि बुधवार सुबह कस्बा मान्धाता में दो पक्षों में जिसमें एक पक्ष पप्पू गुप्ता आदि और दूसरा पक्ष अनिल कुमार सोनी आदि  में आबादी की जमीन पर गुमटी रखने पर विवाद हुआ. एक विवाद से संबंधित एक वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी प्रसारित किया गया. मामले को लेकर थाने में तहरीर दी गई. तहरीर के आधार पर सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर उनके विरुद्ध विधिक कार्रवाई की जा रही है. मौके पर शांति व्यवस्था कायम है.


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