उत्तर प्रदेश। प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने के लिए शुरू किए गए अभियान को लेकर योगी सरकार के प्रयासों को देश में पहचान मिली है. अब भारत सरकार ने भी इन प्रयासों की सराहना की है. प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने के लिए शुरू किए अभियान को देश में पहला स्थान मिला है. यूपी को 6 राज्यों में प्रथम स्थान मिला है.


गौरतलब है कि प्रवासियों को रोजगार देने की यह योजना 6 राज्यों में शुरू की गई थी. यह करीब 116 जिलों में चल रही थी. प्रदेशों में यूपी को पहला स्थान मिला है. वहीं, जिलों की बात करें तो प्रयागराज ने भी देश में पहला स्थान प्राप्त किया है.


प्रयागराज अव्वल
बता दें कि इस योजना के तहत स्वच्छ सामुदायिक शौचालयों का निर्माण करना था. इसके जरिए ही मजदूरों को रोजगार उपलब्ध करवाया जाना था. इस योजना में यूपी के 31 जिले शामिल थे. प्रयागराज ने देश में सबसे ज्यादा शौचालयों को निर्माण किया है. अब 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की जयंती पर आयोजित वर्चुअल समारोह में ये पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे.


20 जून को हुआ था शुरू
पंचायती राज मंत्री भूपेंद्र सिंह चौधरी ने बताया कि पीएम नरेंद्र मोदी ने 20 जून को गरीब कल्याण रोजगार का शुभारंभ किया था। 125 दिन के इस अभियान में प्रवासी श्रमिकों को सामुदायिक शौचालय निर्माण समेत 25 कामों के जरिये रोजगार देना था. श्रमिकों को मनरेगा मजदूरी (202 रुपये प्रतिदिन) के हिसाब से भुगतान किया गया है.


इस तरह मिले रोजगार
ग्रामीण कल्याण रोजगार अभियान में पंचायती राज विभाग ने सर्वाधिक सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराकर सबसे ज्यादा लोगों को रोजगार दिया है. देश के 6 राज्यों में सामुदायिक शौचालय श्रेणी में यूपी पहले और 116  जिलों में प्रयागराज पहले स्थान पर रहा है. हरदोई ने दूसरा और फतेहपुर ने तीसरा स्थान प्राप्त किया है.


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