UP News: रामनगर (Ramnagar) से यूक्रेन (Ukraine) एमबीबीएस (MBBS) की पढ़ाई करने गए दोनों छात्र रविवार को सफलता पूर्वक अपने घर पहुंचे. वापस आने के बाद दोनों छात्र सौम्या गौड़ और कामरन का परिजनों व आसपास के लोगों ने दोनों जोरदार स्वागत किया है.


क्या बोली छात्रा
दुर्गापुरी मोहल्ला निवासी एडवोकेट दीपक गौड़ की पुत्री सौम्या गौड़ पिछले वर्ष यूक्रेन में मेडिकल की शिक्षा ग्रहण करने यूक्रेन गई हुई थी. यूक्रेन में हमले के बाद परिजनों को बेटी के घर लौटने की चिंता सता रही थी. जिसके बाद रविवार को अपने घर पहुंची सौम्या ने यूक्रेन के हालातों को बताया. सौम्या ने कहा कि यूक्रेन में हालात अभी भी ठीक नहीं हैं. छात्रा ने बताया कि यूक्रेन में ट्रेन में भी सफर करने के दौरान काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था. छात्रा ने सरकार के प्रयासों की जहां एक और जमकर तारीफ की तो वहीं उन्होंने भारतीय दूतावास की भी प्रशंसा की. एमबीबीएस की छात्रा ने प्रशंसा करते हुए कहा कि यूक्रेन में अभी फंसे छात्र-छात्राओं को शीघ्र उनके घर वापसी के लिए सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग भी की है.


क्या है अभियान
टेलीपुरा रोड फ्रेंड्स कॉलोनी निवासी डॉ. मो शमी के पुत्र कामरन बीते तीन सालों से एमबीबीएस की पढ़ाई करने यूक्रेन गया था. कामरन ने बताया कि उसके एमबीबीएस कि पढ़ाई में दो माह बचे थे. उन्होंने बताया कि वह यूक्रेन के हंग्री में थे. जहां पर हमले वाले गतिविधियां नहीं थीं. हंग्री में स्थितियां सामान्य है. बता दें कि भारत सरकार यूक्रेन में युद्ध के दौरान फंसे भारतीयों को लाने के लिए ऑपरेशन गंगा (Operation Ganga) चला रही है. इस अभियान के तहत वहां फंसे छात्रों को भारत लाया जा रहा है.


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