Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश में सपा में चाचा और भतीजे की नाराजगी खुलकर सामने आ रही है. प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के मुखिया शिवपाल सिंह यादव ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की और दोनों के बीच बीस मिनट तक चर्चा हुई है. इस मीटिंग के बाद से ही उत्तर प्रदेश में अटकलों का बाजार गर्म है. दोनों नेताओं के बीच नाराजगी की कई वजहें बताई जा रही हैं. हम आपको एक एक कर पांच वजह बता रहे हैं, जो शिवपाल यादव की नाराजगी की असल वजह हो सकती है.


चुनाव में मनमाफिक सीटें न मिलना है. ये बात हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि शिवपाल यादव ने चुनाव में अखिलेश यादव से 40 टिकट मांगी थी. बाद में बात 20 सीटों पर बनी लेकिन आखिर में सिर्फ 1 सीट मिली.


शिवपाल यादव अपने बेटे आदित्य यादव के लिए टिकट मांग रहे थे लेकिन विधानसभा के चुनाव में में समाजवादी पार्टी की तरफ से टिकट नहीं दिया गया.


UP Politics: शिवपाल यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की मुलाकात, करीब 20 मिनट तक हुई बातचीत


विधानसभा चुनाव में प्रचार के दौरान सहयोगी दलों को जमकर तवज्जो मिली लेकिन उतनी तवज्जो शिवपाल सिंह यादव को नहीं मिली. 


चुनावों के नतीजे आने के बाद अखिलेश यादव ने सपा की बैठक बुलाई. 26 मार्च को ये बैठक बुलाई गई लेकिन उस वक्त शिवपाल सिंह यादव को न्योता नहीं दिया गया था. इसी बैठक में सपा विधायकों ने अखिलेश यादव को नेता प्रतिपक्ष बनाने पर मुहर लगाई थी, लेकिन शिवपाल यादव को नहीं बुलाया गया. जबकि शिवपाल यादव सपा के सिंबल पर जसवंत नगर से चुनाव लड़े थे.


मार्च 29 को सहयोगी दलों की बैठक बुलाई गई थी. उस दौरान सपा का लेटर हैड सामने आया जिसमें शिवपाल यादव का नाम सबसे ऊपर था. ये लेटर सहयोगी दलों के साथ बैठक को लेकर था लेकिन शिवपाल यादव शामिल नहीं हुए.


UP Politics: शिवपाल यादव ने यूपी विधानसभा सदस्य के रूप में ली शपथ, जसवंतनगर सीट से जीते थे चुनाव