UP News: पीलीभीत में बीते 13 नवंबर को घर से कोचिंग के लिए निकली 16 वर्षीय नाबालिग छात्रा की गैंगरेप के बाद हुई हत्या का पुलिस चार दिन बाद भी खुलासा नहीं कर सकी है. जिसको लेकर अब विपक्षी पार्टियां पुलिस प्रशासन की लापरवाही को लेकर भाजपा सरकार को घेरने में लगी हुई है. इसके साथ ही मृतका की मौत को लेकर उसके सफाई कर्मी पिता को न्याय दिलाने के लिए सफाई कर्मियों ने भी प्रदर्शन शुरू कर दिया है.
घटना की जांच के लिए 12 टीमें हुई गठित
वहीं मौके पर सपा-कांग्रेसियों द्वारा प्रदर्शन की सूचना पर दो अन्य जिलों के एसपी और भारी पुलिस फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. एडीजी अविनाश चन्द्र का कहना है कि घटना को लेकर आईजी रेंज रमित शर्मा कैम्प कर रहे हैं, वहीं बरेली, शहांजहांपुर और पीलीभीत के पुलिस अधीक्षक सहित 12 टीम इस प्रकरण की जांच कर रही हैं, जल्द ही मामले का खुलासा किया जाएगा.
सपा और कांग्रेस ने लगाया लापरवाही का आरोप
आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी सहित कांग्रेसियों ने पीड़िता के परिवार को न्याय दिलाने की मांग की है. इसके साथ ही वो पुलिस प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बीजेपी सरकार को घेरने में लगे हुए हैं. यही नहीं मामले को लेकर शहर में जगह-जगह कैंडल मार्च के साथ सरकार के खिलाफ सड़कों पर विरोध प्रदर्शन भी शुरू हो गया है. लेकिन पीलीभीत में पुलिस प्रशासन द्वारा कड़ी वयस्था की गई है. जिसके तहत तीन जिलों के पुलिस अधीक्षक और 12 टीमों ने घटना की जांच कर 35 लोगों को हिरासत में लिया है. और उनसे पूछताछ की जा रही है. यही नहीं 10 लोग अब भी पुलिस की हिरासत में है.
पुलिस ने की सबूत मिटाने की कोशिश
पूर्व राज्यमंत्री हेम राज वर्मा ने बताया की प्रदेश और देश में बैठे भाजपा के नेता रात के ढाई बजे महिलाओं को स्कूटी से घूमने की बात कहकर महिला सुरक्षा का दावा पेश कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर भाजपा राज में ही नाबालिग छात्रा की गैंगरेप कर हत्या कर दी गई. यही नहीं उसके साथ मारपीट कर उसके मुंह में कपड़ा भी ठूसा गया, और पुलिस ने बिना घटना स्थल पर बैरिकेडिंग किए और फारेंसिक जांच के बिना ही उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज कर सबूत मिटाने का काम किया है. और जब पीड़िता के परिवार की तरफ से न्याय के लिए आवाज उठने लगी, तो अब योगी की निकम्मी पुलिस सबूत ढूढ़ कर घटना का खुलासा करने में जुटी है.
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