UP News: समाजवादी पार्टी (SP) के साथ विधानसभा चुनाव लड़ने वाले ओमप्रकाश राजभर (Omprakash Rajbhar) अब गठबंधन से अलग रुख अख्तियार कर चुके हैं. इन दिनों ओमप्रकाश राजभर की पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में सावधान यात्रा (Savdhaan Yatra) निकाल रही है. इसी अभियान के तहत पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर मऊ के लखीपुर गांव पहुंचे और कार्यकर्ता सम्मेलन में शिरकत की. इस दौरान ओमप्रकाश राजभर में उत्तर प्रदेश की सियासत के कई मुद्दों पर अपनी राय रखी.
नेता दो मुंहा सांप होते हैं- राजभर
18 जातियों को ओबीसी में शामिल किए जाने के नोटिफिकेशन के मामले में कोर्ट के फैसले को लेकर ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि ये केंद्र और राज्य सरकार के आपस का मामला है. इस मामले को संसद से पारित कराकर कानून के तौर पर लाया जाएगा, तभी लोगों को इसका फायदा मिल सकता है. वहीं पिछली सरकारों में लाए गए नोटिफिकेशन को लेकर राजभर ने कहा कि इन नेताओं ने कभी नहीं चाहा कि इनका भला हो, नेता दो मुंहा सांप होते हैं, पहले कुछ बोलते हैं फिर बाद में पलट जाते हैं. बोलते हैं कि मेरे बयान को तोड़ मरोड़ कर दिखाया गया
इशारों में अखिलेश यादव पर साधा निशाना
वहीं इस दौरान ओमप्रकाश राजभर ने एक बार फिर इशारों-इशारों में अपने पुराने सहयोगी अखिलेश यादव पर तंज कसा. उन्होंने जातिगत जणगणना के मुद्दे को लेकर निशाना साधते हुए कहा कि जब वो सत्ता में थे तो क्यों नहीं जातिगत जनगणना पर जोर दिया, ये सवाल इन नेताओं से पूछा जाना चाहिए. उस वक्त तो हाईकोर्ट ने भी इसका आदेश दिया था.
अपनी सरकार में पुरानी पेंशन बहाल क्यों नहीं की- राजभर
ओमप्रकाश राजभर इतने पर ही नहीं रुके. उन्होंने बिना नाम लिए अखिलेश यादव पर तीखा वार करते हुए कहा कि जब वो सत्ता में रहते हैं तो घरेलू बिजली बिल माफ करने की बात नहीं करते. जब उनकी सरकार थी तो उन्होंने क्यों नहीं पुरानी पेंशन बहाली की बात की.