Sonbhadra News: कोन ब्लाक के अंतर्गत खरौंधी ग्राम सभा में पंचायत मित्र अनिल कुमार गुप्ता की पत्नी सुषमा देवी को आवास मिलने से ग्रामीणों में आक्रोश है. ग्रामीणों का आरोप है कि पंचायत मित्र होने का लाभ उठाते हुए फर्जी तरीके से आवास आवंटित करवाकर अपनी पत्नी के खाते से एक लाख 30 हजार रुपये भी निकाल लिए हैं. ग्रामीणों ने ब्लाक पर प्रदर्शन कर अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की और दोषियों के खिलाफ जांच कर कार्यवाही की मांग की है. 


पहले से है आवास
कोन ब्लाक के खरौंधी ग्राम सभा में कोन ब्लाक के अधिकारियों के मिली भगत से पंचायत मित्र अनिल कुमार गुप्ता पर आवास घोटाले का आरोप लगा है. बताया जाता है पहले से बड़ा आवास है. लेकिन फिर उनके पत्नी सुषमा देवी के नाम पर प्रधानमंत्री आवास आवंटित किया गया. सुषमा के खाते में एक लाख तीस हजार रुपये अधिकारियों के मिली भगत से भुगतान कर दिया गया. जब इस बात की भनक अन्य ग्रामीणों को हुई तो ग्रामीणों ने ब्लाक पर प्रदर्शन शुरू कर दिया और जांच की मांग करने लगे. 


मनरेगा कर्मियों के खाते में नहीं आए पैसे
ग्रामीण काशीनाथ सिंह खरवार का आरोप है कि अनिल कुमार गुप्ता ग्राम पंचायत सचिव हैं. वो मनरेगा कर्मियों के खाते में पैसा नहीं देते हैं और जो लोग काम नहीं किये हैं उनका खाता खुलवाकर उसमें पैसे डालते हैं. अनिल कुमार गुप्ता के पास पहले से लाखों का बना हुआ मकान है फिर भी वो अपने पहुंच का नाजायज फायदा उठाते हुए अपने पत्नी के नाम प्रधानमंत्री आवास आवंटित करवाया है. उन्होंने योजना के तहत अपने पत्नी के खाते में एक लाख तीस हजार रुपये बगैर मकान का निर्माण करवाए निकाल लिए जबकि जो गरीब लोग है जिनके पास कुछ नहीं हैं उनको आवास नहीं मिला. ग्राम सचिव अजय कुमार से इस विषय पर बात किया गया तो पलड़े झाड़ते नजर आए. उन्होंने बताया कि हमें ऐसी कोई सूचना नहीं है सूचना मिलेगी तो हम कार्रवाई करेंगे. आखिरकार जनता यह जानना चाहती है की आवाज किसके माध्यम से आवंटित की गई‌. 


दोषी पर होगी कार्रवाई
वही खरौंधी के पूर्व प्रधान जफर हुसैन ने आरोप लगाया कि पंचायत मित्र अनिल कुमार गुप्ता के पास लगभग 11 लाख की बनी बिल्डिंग है फिर भी वह आवास लिया है. लेना तो दूर की बात वह आवास उस ग्राम सभा में बनाया भी नहीं है. ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि यहां की जनता आवास के लिए परेशान है. पंचायत मित्र अनिल कुमार गुप्ता स्वयं जिओ टाइपिंग करके अपने पत्नी के नाम से आवास निकाला है और आवास का निर्माण नहीं कराया.  वहीं कोन विकासखण्ड अधिकारी मोहम्मद तारिक ने बताया कि मामला संज्ञान में है जांच की जा रही है. जो भी दोषी होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा. दोषी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. 


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