लखनऊ, शैलेश अरोड़ा। डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विवि (AKTU) और डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान (RMLIMS) साथ मिलकर स्टरलाइजेशन मशीन बनायेंगे। कोरोना वाइरस को नियंत्रित करना एक बड़ी चुनौती साबित हो रहा है। ऐसे में संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक सेवाओं वाले सार्वजनिक स्थानों का स्टरलाइजेशन एक अहम कड़ी है। इस चुनौती से निपटने के लिए AKTU और RMLIMS ने स्टरलाइजिंग मशीन विकसित करने के लिए साथ मिलकर काम करने का फैसला लिया है।
इंफ्रारेड किरणों से जीवाणु और बैक्टीरिया मारने की तैयारी
जिस स्टरलाइजिंग मशीन को विकसित करने के लिए दोनों संस्थान साथ आये हैं, वो कैसे काम करेगी इसकी योजना बनाई जा रही है। AKTU के कुलपति प्रो. विनय पाठक ने बताया की अभी इंफ्रारेड किरणों के सहयोग से जीवाणु एवं बैक्टीरिया को मारने पर विचार किया जा रहा है।
मास्क, हैण्ड ग्लव्स को डिस्पोज करेगी ये मशीन
AKTU और RMLIMS साथ मिलकर मास्क, हैण्ड ग्लव्स को निस्तारित करने वाली मशीन बनाने के लिए भी काम करेंगे। कोरोना से बचाव के लिए वर्तमान में मास्क, हैण्ड ग्लब्ज का इस्तेमाल एकाएक बढ़ गया है। अगर इनका सही डिस्पोजल नहीं होता तो संक्रमण बढ़ने का खतरा है। बड़ी संख्या में इन सबका निस्तारण चुनौती है जिसके लिए डिस्पोजल मशीन बनाई जायेगी। इस संबंध में AKTU के सेंटर फॉर एडवांस स्टडीज के सहायक आचार्य डॉ. अनुज शर्मा ने राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में जाकर संस्थान के निदेशक प्रो. एके त्रिपाठी और मेडिसिन के विभागाध्यक्ष डॉ. विक्रम साथ बैठक भी की है।