गणतंत्र दिवस की परेड में महाकुंभ की झांकी ने किया आकर्षित, यूपी को मिला पहला स्थान
UP News: गणतंत्र दिवस की परेड में उत्तर प्रदेश ने दबदबा बनाया है. यूपी की झांकी को पहला स्थान मिला है. केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने ट्रॉफी और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया.

UP News: गणतंत्र दिवस परेड में उत्तर प्रदेश की झांकी ने पहला स्थान हासिल किया. इस उपलब्धि के लिए केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने उत्तर प्रदेश को ट्रॉफी और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. इस साल उत्तर प्रदेश की झांकी “महाकुंभ 2025 - स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास” थीम पर आधारित थी. महाकुंभ मेला दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन माना जाता है, जो हर 12 साल में प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन और नासिक में बारी-बारी से आयोजित होता है. यह आयोजन भारत की सांस्कृतिक विरासत, आध्यात्मिक आस्था और परंपराओं का प्रतीक है. 2025 में प्रयागराज में होने वाला महाकुंभ सबसे खास होगा, क्योंकि इसे भव्य और डिजिटल रूप से हाईटेक बनाने की तैयारी चल रही है.
उत्तर प्रदेश की झांकी में त्रिवेणी संगम पर लगने वाले महाकुंभ के दिव्य स्वरूप को दिखाया गया. संगम वह पवित्र स्थान है, जहां गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती नदी मिलती हैं. झांकी में शंख बजाते साधु-संत, ध्यान करते योगी और संगम में आस्था की डुबकी लगाते श्रद्धालु नजर आए. झांकी के आगे के हिस्से में एक विशाल अमृत कलश दिखाया गया, जिससे अमृतधारा बह रही थी. झांकी के पिछले हिस्से में समुद्र मंथन की पौराणिक कथा को चित्रित किया गया. इसमें शाही स्नान के लिए जाते अखाड़ों और श्रद्धालुओं को एलईडी स्क्रीन के जरिए दिखाया गया. साथ ही, समुद्र मंथन से निकले 14 रत्नों को भी झांकी में स्थान दिया गया.
महाकुंभ 2025 में आधुनिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल
महाकुंभ 2025 को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने के लिए हाईटेक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है. झांकी में इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (ICCC) को भी दिखाया गया, जो सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण में मदद करेगा. इसके जरिए ड्रोन, सीसीटीवी कैमरे और डिजिटल मैपिंग का उपयोग किया जाएगा, ताकि लाखों श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के महाकुंभ में हिस्सा ले सकें. उत्तर प्रदेश की इस भव्य झांकी ने गणतंत्र दिवस परेड में अपनी अलग पहचान बनाई और पूरे देश में इसे सराहा गया.
ये भी पढ़ें: महाकुंभ: ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाए जाने पर बड़ी कलह, पद से हटाई जाएंगी लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस

