उत्तर प्रदेशः 69 हजार शिक्षक भर्ती के आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थी अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे, मांग पूरी होने पर खत्म करेंगे धरना
यूपी में बेसिक शिक्षा विभाग की 69 हजार शिक्षक भर्ती में घोटाला होने की बात को लेकर आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थी अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं. आयोग ने 5844 सीटों पर गड़बड़ी होने की बात को माना है.
लखनऊः बेसिक शिक्षा विभाग की 69000 शिक्षक भर्ती के आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थी अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं. अभ्यर्थियों ने अपना धरना बेसिक शिक्षा निदेशालय पर शुरू किया है. यहां पहले से ही अभ्यर्थियों का एक समूह शिक्षक भर्ती में 22 हजार पद बढ़ाने की मांग को लेकर धरने पर बैठ हुआ है. अभ्यर्थियों का कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती वो धरना खत्म नहीं करेंगे.
आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों का आरोप है कि 69 हजार पदों की भर्ती में आरक्षण घोटाला किया गया है. ओबीसी को 27 फीसदी की जगह 4 फीसदी से भी कम आरक्षण मिला. इसी तरह एससी के अभ्यर्थियों को भी पूरा आरक्षण न मिलने का आरोप लगा रहे हैं.
5844 सीटों पर गड़बड़ी
अभ्यर्थियों के अनुसार राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने 29 अप्रैल को सरकार को अंतरिम रिपोर्ट भेजी थी, लेकिन सरकार ने अंतरिम रिपोर्ट पर डेढ़ महीने बाद भी कोई जवाब नहीं दिया. अभ्यर्थियों के अनुसार आयोग ने माना की भर्ती में 5844 सीटों पर गड़बड़ी हुई है. अभ्यर्थियों ने बताया वो कई बार इसे लेकर बेसिक शिक्षा मंत्री, डीजी स्कूल एजुकेशन समेत अन्य अधिकारियों से मिल चुके लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं हैं.
निदेशालय पर ही अभ्यर्थियों का एक अन्य समूह 21 जून से लगातार धरने पर है. इन अभ्यर्थियों की मांग है कि सरकार 68,500 भर्ती में रिक्त बचे 22 हजार पदों को 69 हजार की इस भर्ती में जोड़े. अभ्यर्थियों का कहना है कि प्रदेश में हजारों अभ्यर्थी जिनको शिक्षक भर्ती परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद भी नियुक्ति नहीं मिली, रिक्त पद जोड़े जाने से 22 हजार को नियुक्ति मिल जाएगी.
इसे भी पढ़ेंः
कोरोना वैक्सीन की कमी की शिकायत के बीच स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन बोले- राजनीति करने की बेशर्म ललक...
PNB SCAM: नीरव मोदी की बहन ने ब्रिटेन के बैंक खाते से 17.25 करोड़ रुपये भारत सरकार को भेजे