Uttar Pradesh Election Result 2022: उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान संपन्न हो चुके हैं. गुरुवार को सुबह 8 बजे से मतगणना शुरू हो जाएगी और इन तीन चुनावी राज्यों की नई तस्वीर मतदाता, राजनीतिक दल और नेताओं के सामने होगी. एग्जिट पोल के आंकड़ों के अनुसार यूपी में एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सरकार बन सकती है. तो वहीं उत्तराखंड में कांग्रेस के सरकार बनाने के आसार हैं. दूसरी ओर पंजाब में आम आदमी पार्टी को मौका मिल सकता है.
आइए हम एक नजर 2017 में हुए तीनों राज्यों के विधानसभा चुनाव पर डालें जब यूपी में बीजेपी गठबंधन ने प्रचंड जीत हासिल की थी. तो वहीं उत्तराखंड के सीएम रहे हरीश रावत दोनों सीटों से चुनाव हार गए और सत्ता बीजेपी को मिली. इसके अलावा पंजाब में कांग्रेस सत्ता में आई थी.
बात यूपी की करें तो 17वीं विधानसभा के चुनाव में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और कांग्रेस (Congress) का गठबंधन पूरी तरह से असफल हो गया और बहुजन समाज पार्टी (BSP) बहुत पीछे चली गई थी.
साल 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी भारतीय जनता पार्टी और उसके सहयोगियों को कुल 325 सीटें मिली थी. यूपी की कुल 403 सीटों में से बीजेपी ने 384 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे जिसमें उसे 312 सीटों पर जीत मिली थी.
तब बीजेपी के साथ थी ओम प्रकाश राजभर की सुभासपा
इसके अलावा बीजेपी गठबंधन की अन्य दो पार्टियों में अपना दल (सोनेलाल) ने 11 सीटों में नौ सीटें और पूर्व कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर की अगुवाई वाली भारतीय सुहेलदेव समाज पार्टी (सुभासपा) ने आठ सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे जिसमें से उसे चार पर जीत मिली थी. हालांकि इस चुनाव में सुभासपा, अखिलेश यादव की अगुवाई वाली सपा के साथ है.
पिछला चुनाव मुख्य विपक्षी दल के रूप में सपा और कांग्रेस के लिए चुनाव बहुत ही खराब रहा. उस वक्त सपा-कांग्रेस के गठबंधन को सिर्फ 54 सीटें मिलीं. कांग्रेस 114 सीटों पर चुनाव लड़ी जिसमें से केवल सात सीटें उसके खाते में आई तो वहीं सपा ने 311 पर अपने उम्मीदवार उतारे थे जिसमें से उसे सिर्फ 47 पर जीत मिली.
इसके साथ ही सभी 403 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली बसपा को सिर्फ 19 सीटें मिली थीं. वहीं राष्ट्रीय लोकदल को उस चुनाव में सिर्फ 1 सीट मिली थी. वहीं 6 सीटें अन्य के हिस्से में आईं थीं.
उत्तराखंड में भी खिला था कमल
उत्तराखंड विधानसभा की बात करें तो साल 2017 में उत्तराखंड चुनाव में बीजेपी को सत्ता मिली थी. 70 सीटों वाली विधानसभा में बीजेपी ने 57 सीटों पर जीत दर्ज की थी. 2017 के चुनाव में सीएम हरीश रावत हरिद्वार ग्रामीण और किच्छा दोनों सीट से चुनाव हार गए थे. 2017 के चुनाव में उत्तराखंड में बीजेपी ने 57, कांग्रेस ने 11 और दो सीटों पर अन्य ने जीत दर्ज की थी.
इसके बाद राज्य में तीन सीएम बदले गए. 2017 के चुनाव के बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत सीएम बने जो करीब साल तक पद पर बने रहे इसके बाद तीरथ सिंह रावत सीएम बने और वहां सिर्फ 116 दिन ही इस पद पर रह पाए. फिर 4 जुलाई को बीजेपी ने पुष्कर सिंह धामी को सीएम बनाया और उन्हीं के चेहरे पर साल 2022 का चुनाव लड़ी.
पंजाब में कैप्टन की हुई थी ताजपोशी लेकिन...
वहीं पंजाब की बात करें 117 सदस्यों वाली विधानसभा में साल 2017 के चुनाव में कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी. उस वक्त पार्टी कैप्टन अमरिंदर सिंह के चेहरे पर चुनाव लड़ी थी लेकिन सरकार के आखिरी कुछ महीनों में उन्हें सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा था. इसके बाद कांग्रेस ने चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम बनाया.
कांग्रेस ने 2017 के चुनाव में राज्य में 77 सीटों पर जीत दर्ज की थी. वहीं 20 सीटें जीतकर आम आदमी पार्टी राज्य में मुख्य विपक्षी दल बन गई थी. इसके अलावा प्रकाश सिंह बादल की अगुवाई में शिरोमणि अकाली दल को सिर्फ 18 सीटें मिली थीं. उस वक्त शिअद, एनडीए का हिस्सा थी और बीजेपी के साथ चुनाव लड़ रही थी.
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