Varanasi Dev Diwali 2023: इस बार बेहद खास होगा बनारस का देव दीपावली आयोजन, घाटों पर लेजर लाइट शो की भी तैयारी
Dev Diwali In Varanasi: वाराणसी में देव दिवाली को लेकर प्रशासन तैयारियों में जुटा है. विश्व प्रसिद्ध देव दिवाली को देखने दूर-दराज से पर्यटक पहुंचते हैं. इस बार लाखों पर्यटकों के पहुंचने का अनुमान है.
Dev Diwali 2023 News: बनारस के घाटों पर भव्य रूप में देव दीपावली का आयोजन होता है और इसे देखने के लिए दूर-दराज से पर्यटक भारी संख्या में पहुंचते हैं. इस बार 27 नवंबर को देव दीपावली मनाया जाएगा जिसको लेकर पर्यटन विभाग, गंगा समितियां, जिला प्रशासन व मंदिर प्रशासन की तरफ से जोर-शोर से तैयारी की जा रही है. हजारों लाखों जगमग दीपों से रोशन होने वाले बनारस के घाटों पर इस बार लेजर लाइट शो की भी तैयारी है. इसके अलावा काशी विश्वनाथ धाम के गंगा द्वार पर भी विशेष सजावट लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करेंगे.
दीपों की रोशनी से जगमगाएंगे 84 घाट
देव दीपावली के दिन बनारस के सभी 84 घाट दियों की रोशनी से जगमग रहते हैं. अलग-अलग घाटों पर विभिन्न आकृतियों और रंगोली के माध्यम से भी खास सजावट की जाती है. इस बार 27 नवंबर को आयोजित होने वाले देव दीपावली पर लेजर लाइट शो का भी आयोजन किया जाएगा.
अभी तक मिली जानकारी के अनुसार काशी विश्वनाथ धाम के गंगा द्वारा भैरव घाट पर भी विशेष सजावट की जाएगी जिसमें काशी के प्राचीनतम इतिहास का वर्णन होगा. इस बार की देव दीपावली को भव्य रूप में आयोजित करने की तैयारी मंदिर प्रशासन, पर्यटन विभाग, गंगा समितियां, इसके अलावा नाविक समाज की तरफ से भी जोर-शोर से की जा रही है.
होटल और नाव की बंपर बुकिंग
दूर दराज के साथ-साथ स्थानीय लोग भी गंगा की लहरों के बीच से बनारस के घाटों की देव दीपावली को देखना काफी पसंद करते हैं और एक महीना पहले से ही होटल और नाव की बुकिंग देखी जा रही है. अस्सी घाट के आसपास के कुछ नाव की बुकिंग अभी से ही लाखों में की जा चुकी है.
इसके अलावा घाटों के आसपास खास तौर पर ज्यादातर होटल व लॉन्ज को पर्यटकों द्वारा अभी से बुक किया जा रहा है. वाराणसी जिला प्रशासन और पर्यटन विभाग द्वारा आपसी तालमेल से इस बार के देव दीपावली को भव्य रूप में आयोजित करने की तैयारी चल रही है.
गंगा समिति और काशी के धर्माचार्य के बीच विवाद
कार्तिक पूर्णिमा के दिन देव दीपावली मनाया जाता है और इस बार तिथि को लेकर गंगा समितियां और काशी के धर्माचार्य के बीच विवाद देखा गया था. काशी के धर्माचार्य के अनुसार तिथि 26 नवंबर को योग्य थी, जबकि गंगा समिति के लोग 27 नवंबर को ही देव दीपावली मनाने पर अड़े थे. हालांकि बाद में जिला प्रशासन के सहयोग व आपसी बातचीत के बाद यह तय किया गया कि इस बार देव दीपावली 27 नवंबर को ही मनाई जाएगी.
ये भी पढ़ें: Vijayadashami 2023: गोरखपुर के रामलीला मैदान से CM योगी संबोधन, राम मंदिर और सनातन धर्म का किया जिक्र