UP News: वाराणसी में 31 दिसंबर की देर रात जश्न के दौरान एक युवा अधिवक्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई. इस दर्दनाक हत्याकांड के बाद जहां बनारस कचहरी का अधिवक्ता समाज मर्माहत है तो वहीं दूसरी तरफ शहर में नए साल के उत्साह को भी इस घटना ने फीका कर दिया है. वाराणसी कैंट एसीपी की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार 31 दिसंबर की देर रात लालपुर पांडेयपुर थाना क्षेत्र के ताड़ीखाना तिराहे स्थित एक लाल में न्यू ईयर की पार्टी चल रही थी. इसी दौरान कुछ टिप्पणी को लेकर लॉन के गार्ड ने एक अधिवक्ता को गोली मार दी. जहां अस्पताल ले जाने के बाद डॉक्टरों द्वारा उसे मृत घोषित कर दिया गया.
वाराणसी कैंट एसीपी ने एबीपी लाइव से बातचीत में बताया कि नए साल के अवसर पर यह बेहद दुखद घटना है. 31 दिसंबर की रात वाराणसी के लालपुर पांडेयपुर थाना क्षेत्र के ताड़ीखाना तिराहे पर एक लान में न्यू ईयर की पार्टी चल रही थी. इस दौरान लान के सिक्योरिटी गार्ड हरदेंदु शेखर त्रिपाठी से किसी बात की टिका टिप्पणी को लेकर वहां मौजूद अधिवक्ता राघवेंद्र सिंह 36 वर्षीय से कहासुनी हुईं. इसके बाद सिक्योरिटी गार्ड द्वारा राघवेंद्र सिंह को गोली मार दी गई.
हिरासत में गार्ड
उन्होंने बताया कि आनन-फानन में राघवेंद्र को वहां मौजूद लोगों द्वारा घायल अवस्था में ट्रामा सेंटर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. इसकी सूचना उनके परिजनों को दी गई. आरोपी गार्ड हरदेंदु शेखर त्रिपाठी को हिरासत में ले लिया गया है, उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. लान के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर भी इस घटना की हर पहलुओं पर जांच की जा रही है. इसके अलावा शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है जिसके बाद शव कों परिजनों को सौंप दिया जाएगा.
सोमवार की सुबह होते ही सोशल मीडिया के माध्यम से यह बात पूरे शहर में फैल गई. राघवेंद्र सिंह युवा अधिवक्ता थे और इस घटना के बाद न केवल अधिवक्ता समाज में बल्कि आम लोगों में भी चर्चा इस बात की रही कि केवल मामूली बात पर ही गोली चलने से इतनी बड़ी घटना हो गई. प्रथम दृष्टिया कहा जा रहा है कि न्यू ईयर पार्टी के दौरान जातिगत टिप्पणी की जा रही थी, जिसके बाद लान सिक्योरिटी गार्ड हरदेंदु शेखर त्रिपाठी ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल निकाल कर राघवेंद्र सिंह पर फायर कर दिया.