चंदौलीः उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने की बात की थी, लेकिन सरकारी अधिकारी हैं कि भ्रष्टाचार करने से बाज नहीं आ रहे हैं. ताजा मामला पूर्वी उत्तर प्रदेश के चंदौली का है, जहां हैंड पंप लगाने के बदले एक अधिकारी ने आवेदक से रिश्वत मांग ली. पीड़ित की शिकायत के एंटी करप्शन यूनिट ने आरोपी अधिकारी को रंगे हाथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
मामला चंदौली जिले के सकलडीहा थाना क्षेत्र का है. सकलडीहा क्षेत्र के पीथापुर गांव के संजय प्रताप सिंह ने पिछले दिनों सरकारी हैंडपंप लगवाने के लिए सकलडीहा ब्लॉक पर आवेदन किया था. इसके बाद सकलडीहा के खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) ने हैंडपंप लगवाने के लिए ग्राम पंचायत अधिकारी विनीत कुमार सेठ को निर्देशित किया.
5000 रुपये की रिश्वत मांगने लगा अधिकारी
यहीं, ग्राम पंचायत अधिकारी ने हैंडपंप लगवाने के एवज में संजय प्रताप सिंह से 5 हजार रुपये की रिश्वत मांग ली. काफी प्रयास के बावजूद ग्राम पंचायत अधिकारी ने हैंडपंप नहीं लगाया और लगातार रिश्वत की मांग करता रहा.
अधिकारी की रिश्वत की मांग से आजिज आकर पीड़ित ने इसकी शिकायत वाराणसी पुलिस की एंटी करप्शन यूनिट से की. पीड़ित की शिकायत पर एंटी करप्शन टीम ने अपना जाल बिछाया और ग्राम पंचायत अधिकारी को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया.
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