Uttarakhand News: उत्तराखंड के स्कूलों में 42 बच्चे वायरल फीवर से हुए बीमार, 14 बच्चों की हालत गंभीर
स्कूल प्रबंधन की सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की टीम जीआईसी सलौज और हाई स्कूल सोमेश्वर पहुंची जहां सलौज में 70 बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण हुआ, इनमें से 24 बच्चे सर्दी जुखाम बुखार से पीड़ित मिले.
Uttarakhand News: उत्तराखंड के पहाड़ों में एक बार फिर से वायरल बुखार (Viral Fever) स्कूली छात्र छात्राओं को अपना शिकार बना रहा है. अल्मोड़ा सोमेश्वर क्षेत्र के 2 विद्यालयों में 42 बच्चों के वायरल से ग्रसित होने की खबर सामने आ रही है. बताया जा रहा है 14 बच्चे गंभीर मिले हैं जिन्हें घर पर आराम करने की सलाह दी गई है. दरअसल स्कूल प्रबंधन की सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की टीम जीआईसी सलौज और हाई स्कूल सोमेश्वर पहुंची जहां सलौज में 70 बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण हुआ, इनमें से 24 बच्चे सर्दी जुखाम बुखार से पीड़ित मिले.
वही सोमेश्वर हाई स्कूल में 80 बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण हुआ, जिनमें 14 बच्चे बीमार मिले. ऐसे में स्कूल प्रबंधन को गंभीर बच्चों को घर पर ही आराम करने के निर्देश दिए गए हैं. बच्चों के स्वास्थ्य की लगातार निगरानी भी की जा रही है. इसके अलावा अन्य बचाव के उपाय भी बताए जा रहे हैं.
पहली और दूसरी कक्षा के पाठ्यक्रम तैयार
वहीं दूसरी तरफ उत्तराखंड सरकार ने बच्चों के कंधों से भारी-भरकम बैग का बोझ कम करने का फैसला किया है. आगामी शैक्षणिक सत्र 2023-24 में पहली और दूसरी कक्षा के विद्यार्थियों के स्कूल बैग में सिर्फ गणित और भाषा की किताबें होंगी. राष्ट्रीय शिक्षा नीति की सिफारिशों के तहत 3 से 8 साल की उम्र तक के विद्यार्थियों का मूल्यांकन पारंपरिक परीक्षा के माध्यम से नहीं होगा. यही नहीं दूसरी कक्षा तक के छात्रों को अब मातृभाषा में पढ़ने का मौका भी मिलेगा.
अधिकारियों के मुताबिक राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और परीक्षण परिषद के विशेषज्ञों ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत पहली और दूसरी कक्षा के पाठ्यक्रम तैयार कर लिया है. शिक्षा मंत्रालय जल्द पाठ्यक्रम जारी करेगा, इसके तहत रट्टा लगाने के बजाय दूसरी तक के बच्चों का मूल्यांकन खेलकूद, वीडियो, म्यूजिक, कहानी बोलने, लिखने, व्यवहारिक ज्ञान पर आधारित होगा.